
इंतजार है, बीजेपी के अधिकृत प्रत्याशियों की सूची का
कोरबा. हर बीतते दिन के साथ चुनावी फीवर चढ़ता जा रहा है। इन सब के बीच सभी को इंतजार है, बीजेपी के अधिकृत प्रत्याशियों की सूची का, जोकि अब तक जारी नहीं की गई है। जिस एक नाम की सबसे ज्यादा चर्चा है। वह है दलबदलू विधायक रामदयाल उइके का। कांग्रेस छोड़ भाजपा में आए उइके को छोड़ दें तो जिले की शेष तीन विधानसभा सीटों पर पेंच फंसा हुआ है। अंतिम समय तक टिकट के सभी दावेदार ऐड़ी-चोटी का जोर लगा रहे हैं।
प्रदेश में होने वाले दो चरणों के विधानसभा चुनाव के लिए पहले चरण की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। नामांकन की प्रक्रिया भी शुरू हो चुकी है। इसलिए एक चर्चा यह भी है कि 20 अक्टूबर का पहले चरण के मतदान वाली 18 सीटों पर उम्मीदवारों के नामों की घोषणा हो सकती है। जिसके बाद 22 या 23 अक्टूबर को जिन विधानसभा क्षेत्रों में दूसरे चरण का मतदान होना है।
वहां के उम्मीदवारों की सूची जारी होगी। कोरबा की चारों विधानसभा सीटों पर दूसरे चरण के दौरान ही 20 नवंबर को वोटिंग होगी।
कोरबा-
कोरबा विधानसभा में ही बीजेपी से सर्वाधिक दावेदार अपनी-अपनी दावेदारी के लिए ताल ठोंक रहे हैं। सबसे मजबूती से जो नाम लंबे समय से चले आ रहे हैं। वह वर्तमान सांसद पुत्र व जिला भाजपा संगठन में कोषाध्यक्ष विकास महतो और जिलाध्यक्ष अशोक चावलानी का। इसके अलावा नए चेहरे के रूप में पार्षद हितानंद अग्रवाल के नाम की चर्चा है। दूसरी तरफ पूर्व महापौर जोगेश लांबा भी पूरी ताकत लगा रहे हैं। एक चर्चा यह भी है कि कटघोरा से वर्तमान विधायक व संसदीय सचिव लखनलाल देवांगन की सीट बदलकर उन्हें भी कोरबा से मैदान में उतारा जा सकता है। इधर काफी पहले से ही नवीन पटेल, देवेंन्द्र पाण्डे और मनोज पराशर भी अपने-अपने स्तर टिकट की दावेदारी कर रहे हैं।
कटघोरा-
जिले की चार विधानसभाओं में से कटघोरा ही एक ऐसी सीट है, जहां बीजेपी काबिज है। यहां लखनलाल देवांगन विधायक है। लेकिन स्थानीय कार्यकर्ताओं से विवाद व अन्य कारणों से लखन के सीट बदलने की चर्चा है। यहां से वर्तमान में राज्य खाद्य आयोग के अध्यक्ष ज्योतिनंद दुबे को पार्टी का टिकट मिलने के कयास लगाए जा रहे हैं। जबकि लखन की पहली पसंद कटघोरा विधानसभा ही है। पूर्व जिलाध्यक्ष पवन गर्ग भी कटघोरा से दावेदारी ठोंक रहे हैं। इन्हीं में किसी एक को बीजेपी चुनाव में उतार सकती है।
रामपुर-
पूर्व गृहमंत्री ननकी राम कंवर की दावेदारी रामपुर से सबसे मजबूत है। तो दूसरी तरफ टिकेश्वर राठिया का नाम भी भेजे जाने की चर्चा है। ननकी रामपुर ही नहीं प्रदेश भर के कद्दावार आदिवासी नेताओं में से एक हैं। इसलिए रामपुर से ननकी राम कंवर का नाम प्रमुखता से सामने आ रहा है। हालांकि मंडल अध्यक्ष व सरपंच सुक बाई कंवर सहित एक दो और नामों की भी चर्चा है।
पाली-तानाखार-
उइके के भाजपा प्रवेश से पहले पाली-तानाखार बीजेपी की दुखती रग थी। यहां पार्टी को तीसरे नंबर से संतोष करना पड़ता था। कांग्रेस की टिकट से पिछला चुनाव 28 हजार 813 वोट से जीतने वाली रामदयाल उइके की दावेदारी इस बार बीजेपी से पक्की मानी जा रही है। हालांकि अचानक उइके के भाजपा प्रवेश और टिकट फाइनल होने से बीजेपी के कार्यकर्ताओं में नाराजगी जरूर है।
Published on:
20 Oct 2018 12:31 pm
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