मृतक अनिल अपने ससुराल पसान के दर्री पारा में घर जमाई बनकर रहता था। नाबालिग साली(Sister-In-Law) से छेडख़ानी करता था। परिवार के लोगों ने कई बार अनिल को छेडख़ानी नहीं करने की बात कही थी। इसके बाद भी अनिल छेडख़ानी करने से बाज नहीं आ रहा था। २4 मार्च को अनिल ने साली(Sister-In-Law) से छेडख़ानी की। यह देखकर अनिल कासाला आक्रोशित हो गया। उसने जीजा को समझाने का प्रयास किया, लेकिन घटना के समय अनिल शराब के नशे में था। वह राजकुमार से विवाद करने लगा। विवाद बढऩे पर राजकुमार ने अनिल के सिर पर हमला कर दिया। अनिल की मौत हो गयी।
परिवार ने घटना की जानकारी छिपा दी। शव को मकान के पीछे बाड़ी में गड्ढा खोदकर दफना दिया। इसके एक महीने बाद परिवार ने शव को बाड़ी से निकालकर घर के पीछे जंगल में दफना दिया था। बारिश में शव के ऊपर के मिट्टी बह गई थी। तब मामले का खुलासा हुआ था। पुलिस केस दर्ज कर आरोपियों की तलाश पुलिस कर रही थी। आरोपी पुलिस को चकमा देकर फरार हो गए थे।