कोयला खदान और थर्मल प्लांटों में घुसकर सामान की चोरी करने वाला गिरोह अब रेल की पटरी को भी नहीं छोड़ रहा है। रेलवे कॉलोनी बंद समपार फाटक के पास स्थित यार्ड से चोरों ने 24 नग रेल लाइन की चोरी कर ली। इसे उठाकर ले गए। मगर सुरक्षा एजेंसियों को घटना की भनक नहीं लगी। चोरों ने रेल की 24 पटरी में से पांच पटरी को काटकर कबाड़ी के पास बेच दिया।
इसके अगले दिन रेल प्रबंधन को चोरी का पता चला। चार दिन तक चली खोजबीन के बाद रेलवे सुरक्षा बल ने नकटीखार में एक कबाड़ की गोदाम से रेल की पांच काटी हुई पटरियाें को बरामद किया है। 19 नग पटरी नकटीखार की बांस बाडियों में मिली है। सात आरोपियों को रेलवे सुरक्षा बल ने पकड़ा है। इसमें दो नाबालिग शामिल हैं। रेलवे सुरक्षा बल की ओर से बताया गया है कि 16 जून की रात चोरों ने बंद समपार फाटक के पास स्थित यार्ड से 24 नग रेल लाइन की चोरी कर ली। इसे उठाकर ले गए थे। रेलवे के वरिष्ठ अनुभाग अभियंता को जानकारी हुई। उन्हाेंने रेलवे सुरक्षा बल को अवगत कराया। सुरक्षा बल ने पटरी की तलाश शुरू की। शहर के चौक चौराहों पर खोजबीन की। कबाड़ गोदाम घुसकर जांच की। इस बीच सुरक्षा बल को नकटीखार बांस बाड़ी की आड़ में एक टाटा 407 के खड़े होने की खबर मिली। सुरक्षा बल के जवान मौके पर पहुंचे। वहां कुछ लोग खडे़ थे, जोर जवानों को देखकर भागने लगे। जवानों ने गाड़ी की तलाशी ली गई। रेल पटरी होना पाया गया। घेराबंदी कर सात लोगों को पकड़ लिया। इसमें सूर्य प्रकाश कुर्रे, धनेश प्रसाद साहू, पुरुषोत्त सोनी के अलावा दो नाबालिग लड़कों को पकड़ लिया। उनसे रेल पटरी के संबंध में पूछताछ गई।
चोरों ने नकटीखार स्थित विक्रम ताम्रकार के कबाड़ी गोदाम में रेल की पांच पटरी को काटकर बेचना बताया। चोरों को लेकर सुरक्षा बल के जवान मौके पर पहुंचे। कबाड़ी विक्रम को पकड़ लिया। यार्ड में रखे गए रेल लाइन के टुकड़ों को बरामद किया। पूछताछ में कबाड़ी ने 15 रुपए प्रति किलो की भाव से रेल लाइन की पटरी को खरीदना स्वीकार किया है। सुरक्षा बल ने सात आरोपियों को पकड़ा है। इसमें पांच बालिग और दो नाबालिग है। पांच आरोपियों को रेलवे की विशेष कोर्ट बिलासपुर में पेश किया गया। जबकि नाबालिगों लड़कों को किशोर न्याय बोर्ड में पेश करने की बात कही गई है।
रेलवे को लाखों रुपए का हुआ नुकसान
रेल लाइन से संबंधित कार्य रेलवे की गति-शक्ती विंग देखती है। विंग ने रेल लाइन बिछाने के लिए पटरियों को मंगाकर यार्ड में रखा था। कई माह से पटरियां पड़ी हुई थी। इस बीच चोरों की नजर पड़ी।