
तीन लोगों पर सात लाख रुपए की धोखाधड़ी का केस दर्ज, नौकरी लगाने का दिया था झांसा
कोरबा. एसईसीएल गेवरा जीएम के पूर्व पीए (निज सहायक) जीवीएन शर्मा और स्पेशल ड्यूटी अफिसर अविनाश सहित तीन लोगों पर सात लाख रुपए की धोखाधड़ी का केस दर्ज किया गया है। तीनों पर खदान के लिए जमीन अधिग्रहण के बदले पर नौकरी का झांसा देकर धोखाधड़ी का आरोप है।
पुलिस ने बताया कि गेवरा महाप्रबंधक के पूर्व निज सहायक जीवीएन शर्मा, स्पेशल ड्यूटी अफिसर अविनाश शुक्ला और बिचौलिया राकेश कुमार साह के खिलाफ आईपीसी की धारा ४२०/३४ (धोखाधड़ी) का केस दर्ज किया गया है। इसकी जांच की जा रही है। रिपोर्ट झाबर निवासी लेखराम खटकर ने लिखाई है। इसमें बताया है कि वर्ष २०१५ में दीपका कॉलोनी निवासी राकेश साह ने गेवरा प्रबंधन द्वारा अधिग्रहित जमीन का पट्टा होने और पांच लाख रुपए में एसईसीएल में नौकरी लगाने का झांसा दिया था।
राकेश, लेखराम को लेकर एसईसीएल गेवरा के तत्कालीन पीए जीवीएन शर्मा और स्पेशल ड्यूटी अफिसर अविनाश शुक्ला के कार्यालय पहुंचा। पांच लाख रुपए में नौकरी लगाने का प्रलोभन दिया। तीन साल गुजर गए लेकिन लेखराज को नौकरी नहीं मिली। इसबीच फरवरी, २०१८ में पीए शर्मा सेवानिवृत्त हो गए। अविनाश शुक्ला गेवरा परियोजना में कार्यरत हैं। शिकायतकर्ता का आरोप है कि तीन गुजर गए, लेकिन नौकरी नहीं मिली। आरोपियों ने उसके रुपए भी नहीं लौटाए। लेखराज ने घटना की शिकायत दीपका थाने में दर्ज कराई थी। पुलिस ने जांच के बाद तीनों के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज किया है।
पुलिस को सौंपा वाइस रिकार्डिंग और दस्तावेज
पीडि़त ने पुलिस को एक वाइस रिकार्डिंग और लेनदेन से संबंधित कुछ दस्तावेज दिया है। इसके आधार पर केस दर्ज किया गया है। पीडि़त का आरोप है कि पैसे मांगने जब वह अविनाश के आवास पर पहुंचा, उसकी वीडियो बनाई गई। उसे झूठे मामले में फंसाने की धमकी दी गई। कार्यालय में भी अफसर उससे मुलाकात नहीं करते सुरक्षा गार्ड से बाहर रोकवा देते हैं।
Published on:
19 Oct 2018 07:21 pm
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