Incident: पहले आधार कार्ड (Aadhar card) में उम्र है 17 साल जबकि दूसरे पर 21 साल, परिवार वालों ने बयान में पुलिस (Police) को उसकी उम्र 19 साल बताई है, पुलिस कर रही मामले की जांच
कोरबा. Incident: कुसमुंडा खदान में टीपर की चपेट में आकर मारे गए श्रमिक की उम्र को लेकर विवाद शुरू हो गया है। श्रमिक के आधार कार्ड पर दो-दो जन्म तिथि (Two birth date) अंकित है। एक आधार कार्ड के अनुसार मारे गए श्रमिक की उम्र 17 साल है। जबकि दूसरे कार्ड के अनुसार 21 साल है। इस बीच पुलिस ने परिवार के बयान के आधार पर बताया गया है कि मृतक की उम्र लगभग 19 साल है। अब पुलिस इस मामले की जांच कर रही है कि आखिर श्रमिक की वास्तविक उम्र (Actual age) क्या है। दरअसल मृतक टीपर के नीचे लेटकर वाहन की मरम्मत कर रहा था, इसी दौरान ड्राइवर ने वाहन स्टार्ट कर आगे बढ़ा दिया था। इससे पहिए से कुचलकर उसकी मौत हो गई थी।
कुसमुंडा स्थित एसईसीएल खदान में टीपर की चपेट में आकर ठेका श्रमिक की मौत के बाद उम्र को लेकर सभी असमंजस में हैं। एक व्यक्ति के 3-3 जन्म तिथि होने से मजदूर के वास्तविक जन्म तिथि को लेकर भम्र की स्थिति बनी हुई है।
हालांकि पुलिस का कहना है कि मामले की जांच की जाएगी। परिवार से आधार कार्ड और स्कूल से दाखिल खारिज प्राप्त कर जन्म तिथि को लेकर बनी भम्र की स्थिति को दूर किया जाएगा।
ये हुआ था मामला
गौरतलब है कि शनिवार की शाम काम करने के दौरान एसईसीएल की कुसमुंडा खदान (SECL coal mines) में ठेका श्रमिक रामचरण धु्रवे टीपर की चपेट में आ गया था। रामचरण खड़ी टीपर के नीचे लेटकर गाड़ी की मरम्मत कर रहा था। इस बीच चालक ने गाड़ी को स्टार्ट कर आगे बढ़ा दिया था। टीपर का पहिया रामचरण पर चढ़ गया।
इससे उसकी मौत हो गई थी। घटना से नाराज मजदूरों ने करीब पांच घंटे तक कार्यस्थल पर हंगामा किया था। 2 लाख रुपए तत्काल आर्थिक मुआवजा देने पर मामला शांत हुआ था।