
दीपका पुलिस स्टेशन ( Photo - Patrika )
CG News: छत्तीसगढ़ के कोरबा में झोलाछाप डॉक्टर की बड़ी लापरवाही सामने आई है। गलत इंजेक्शन लगाने से बालक दिव्यांग हो गया। वहीं 10 महीने बाद इस मामले में पुलिस ने आरोपी के खिलाफ केस दर्ज किया है। ( CG News ) मामले की रिपोर्ट खंड चिकित्सा अधिकारी डॉ. रश्मि लता सिंह ने दर्ज कराई है।
पुलिस ने बताया कि वार्ड कमांक 6 देवनगर दीपका निवासी डॉ. दिनेश कमार सूरज का विजय नगर दीपका के पास क्लीनिक है। 26 फरवरी 2025 को दीपका क्षेत्र में रहने वाले एक 12 वर्षीय बालक की अचानक तबीयत बिगड़ी। परिजन आनन-फानन में इलाज के लिए नजदीकी क्लीनिक डॉ. सूरज के पास पहुंचे। सूरज ने बालक के दाहिना पैर पर इंजेक्शन लगाया। कुछ ही समय बाद बालक का पैर शून्य हो गया और काम करना बंद कर दिया।
इस संबंध में परिजनों ने दिनेश कुमार सूरज को अवगत कराया। सूरज ने कुछ दिनों बाद पैर में सुधार आने की बात कही। लेकिन पैर की स्थिति में सुधार नहीं आया, बल्कि स्थिति और बिगड़ गई। इससे बालक एक पैर से दिव्यांग हो गया। इलाज करने से दिनेश सूरज ने भी मना कर दिया। तब परिजनों को बच्चे पर दिनेश के द्वारा गलत इंजेक्शन लगाने की जानकारी हुई।
इससे चिंतित परिजनों ने दिनेश सूरज के खिलाफ कलेक्टर से शिकायत की। कलेक्टर ने मामले में संज्ञान लिया। कटघोरा एसडीएम को टीम गठित कर मामले की जांच करने के निर्देश दिए। एसडीएम ने जांच टीम गठित किया। टीम ने मामले की जांच की। सभी पहलुओं पर जांच के बाद टीम ने एसडीएम को जांच प्रतिवेदन प्रस्तुत किया।
जांच में पाया गया कि दिनेश कुमार सूरज के द्वारा बिना डॉक्टरी रजिस्ट्रेशन लापरवाहीपूर्वक इलाज किया है। इस दौरान बालक को गलत इंजेक्शन लगा दिया और बालक एक पैर से पैरालाइज हो गया। इस पर बीएमओ डॉ. रश्मि लता सिंह ने दीपका थाने में एफआईआर दर्ज कराई है। पुलिस मामले में आरोपी के खिलाफ केस दर्ज कर जांच कर रही है।
Updated on:
26 Dec 2025 05:44 pm
Published on:
26 Dec 2025 05:43 pm
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