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अंडरग्राउंड कोल माइंस में ब्लास्टिंग से हेल्पर की हुई थी मौत, माइंस मैनेजर समेत 7 अफसरों पर एफआईआर

Cola mines Accident: चिरमिरी-कुरासिया एसइसीएल (SECL) का मामला, एक्सपर्ट की जांच रिपोर्ट में सब आर्डिंनेट सुपरवाइजरी स्टाफ व मैनेजमेंट (Management) का फाल्ट पाया गया

कोरीयाJul 06, 2021 / 05:55 pm

rampravesh vishwakarma

Coal mines blast

Mines picture

बैकुंठपुर. चिरमिरी पुलिस ने कुरासिया भूमिगत खदान में डेटोनेटर ब्लास्टिंग से हेल्पर की मौत होने के मामले में एक साल बाद खान प्रबंधक सहित 7 माइंस अफसरों के खिलाफ अपराध पंजीबद्ध किया है।

दरअसल ब्लास्टिंग के दौरान कोयले का एक बड़ा टुकड़ा हेल्पर के सिर पर (Coal mines Accident) पड़ा था। इसके बाद उसकी अस्पताल में मौत हो गई थी। इस मामले में जांच पश्चात 7 अफसरों की घोर लापरवाही सामने आई थी।

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24 जून 2020 को रीजनल अस्पताल कुरासिया ने हेल्पर धनेश्वर पिता पुनीता राम (58) की मौत होने की सूचना दी थी। मामले में मर्ग पंजीबद्ध कर सीएचसी चिरमिरी में शव का पीएम कराया गया था। वहीं खान प्रबंधक कुरासिया अनिल कुमार श्रीवास्तव से माइंस संचालन संबंधी दस्तावेज एवं ड्यूटी चार्ट जब्त किया गया।
पुलिस की जांच में मृतक के परिवार से भुनेश्वर, बुधराम, जितेन्द्र वारले, भूमिगत खदान के द्वितीय पाली के कर्मचारी डीसी ड्रीलर लक्ष्मण, बुधराम तथा रात्री पाली के डीसी ड्रीलर मांगी का बयान लिया गया। पहली व द्वितीय पाली के अधिकारी-कर्मचारी से पूछताछ की गई।
जिसमें पाया कि भूमिगत खदान कुरासिया के खान प्रबंधक अनिल श्रीवास्तव थे। घटना तिथि 23 जून को नाइट पाली रात 11 बजे से सुबह 7 बजे तक ड्यूटी में शिफ्ट इंचार्ज नवीन डोंगरे, माइनिंग सरदार देवनाथ यादव, ड्रीलर मांगी व सहायक धनेश्वर थे। रात करीब 1.30 बजे ड्रीलर मांगी व सहायक धनेश्वर 23 पैनल फेस 38/1-2 नार्थ 32 ईस्ट में ब्लास्टिंग करने ड्रील कर रहे थे।
उसी समय डेटोनेटर ब्लास्ट होने से हेल्पर धनेश्वर को कोयला पत्थर का टुकड़ा लगा और गंभीर रूप से घायल हो गया था। इलाज के दौरान रीजनल अस्पताल कुरासिया में मौत हो गई थी। मामले में आरोपियों के खिलाफ धारा 304-ए के तहत अपराध पंजीबद्ध किया गया है।

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वहीं खान दुर्घटना के बाद डीजीएमएस धनबाद झारखण्ड की टीम जांच करने पहुंची थी। एक्सपर्ट की जांच रिपोर्ट में सब आर्डिंनेट सुपरवाइजरी स्टाफ और मैनेजमेंट का फाल्ट पाया गया है।


ये हैं आरोपी
-अनिल श्रीवास्तव, खान प्रबंधक भूमिगत खदान कुरासिया।
– हीरालाल, शिफ्ट इंचार्ज भूमिगत खदान कुरासिया। कोरिया छत्तीसगढ़ चिरमिरी
-रामअवतार आडिले, ओवरमैन भूमिगत खदान कुरासिया।
-विमल यादव, माइनिंग सरदार भूमिगत खदान कुरासिया।
-अनीष गर्ग, शाट फायरर, भूमिगत खदान कुरासिया।
-नवीन डोंगरे, शिफ्ट इंचार्ज भूमिगत खदान कुरासिया।
-देवनाथ यादव, माइनिंग सरदार भूमिगत खदान कुरासिया।

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बिना शाट फायरर ब्लास्टिंग कराने से हुआ था हादसा
खान प्रबंधक को नाइट पाली की ड्यूटी में ओवरमैन एवं शाट फायरर कोई नहीं होने की सूचना दी गई थी। बावजूद तकनीकी कर्मचारी उपलब्ध नहीं कराया गया था। इससे माइनिंग सरदार देवनाथ यादव ही शाट फायरर का काम अकेले ही कर रहा था। ब्लास्टिंग के बाद नीचे का माल हटाकर मिस फायर की चेकिंग की जाती है कि कहीं फेश में डेटोनेटर वायर बचा तो नहीं है।
चेकिंग के बाद वायर नहीं मिलने पर ड्रील किया जाता है। ओवरमैन, माइनिंग सरदार तथा शाट फायरर की चेक करने की जिम्मेदारी होती है। द्वितीय पाली के शिफ्ट इंचार्ज हीरालाल, ओवरमैन रामअवतार आडिले, माइनिंग सरदार विमल यादव, शाट फायरर अनीष गर्ग ने नाइट पाली को चार्ज देते समय डेटोनेटर की मिस फायर की रिपोर्ट नहीं दी थी।
द्वितीय पाली के स्टाफ द्वारा मिस डेटोनेटर को लापरवाही पूर्वक छोड़ दिया गया था और रात्रि पाली वाले स्टाफ को मिस डेटोनेटर की जानकारी नहीं दी थी। रात्रि पाली वाले स्टाफ ने ड्रील करने के पहले लापरवाही बरती और निरीक्षण नहीं करने से मिस डेटोनेटर ब्लास्ट हो गया था। (Detonator Blast)

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