
Dengue
कोटा व आस-पास जानलेवा साबित हो रहा डेंगू का वायरस 'पकड़' में नहीं आ रहा। डेंगू जांच में मरीज पॉजीटिव नहीं आ रहा, फिर भी उसकी प्लेटलेट्स लगातार कम हो रही है। ऐसा ही एक मामला रविवार को सामने आया है। इसमें तीन दिन में मरीज की दो बार डेंगू जांच हुई, लेकिन रिपोर्ट नेगेटिव आई, लेकिन इस दौरान मरीज की प्लेटलेट्स लगातार कम होती गई।
जांच में पकड़ नहीं आया वायरस
स्टेशन क्षेत्र स्थित बापू कॉलोनी निवासी सेवानिवृत्त रेलवे कर्मचारी गोपालदत्त शर्मा को पिछले 7 दिन से बुखार आ रहा था। तीन दिन पहले परिजनों ने उन्हें रेलवे अस्पताल में भर्ती कराया। वहां हुई जांच में डेंगू नेगेटिव मिला, लेकिन सीबीसी जांच में प्लेटलेट्स कम आई। हालत में सुधार नहीं होने पर निजी अस्पताल के लिए रैफर कर दिया। यहां शनिवार को हुई जांच में भी एनएस-1, आईजीएम और आईजीजी 'नॉट डिटेक्टेड' आया, लेकिन प्लेटलेट्स 7 हजार ही मिली। परिजन सुदर्शन शर्मा ने बताया कि ट्रीटमेंट डेंगू का चल रहा है, लेकिन जांच में पकड़ नहीं आया। प्लेटलेट्स कम होने पर चिकित्सकों ने एसडीपी चढ़ाने की बात कही। रविवार को एसडीपी चढ़वाई है।
गिरती रही प्लेटलेट्स, चढ़ानी पड़ी एसडीपी
चिकित्सक भी हैरान! जांच में डेंगू नहीं आने और लक्षण डेंगू के होने से चिकित्सक भी हैरान हैं। ऐसे में लक्षण के आधार पर ही डेंगू का ट्रीटमेंट दे रहे हैं। साथ ही, डाइट चार्ट के अनुसार लिक्विड व सेमी लिक्विड खाने की सलाह दे रहे हैं। चिकित्सकों के अनुसार, कई बार 10 से 15 दिन बाद मरीज पॉजीटिव आता है।
तीन तरह से होती है जांच
फिजिशियन डॉ. कपिल भोला ने बताया कि एडीज मच्छर के काटने के बाद संक्रमित व्यक्ति के रक्त के नमूने की तीन तरह की जांच होती है। इसमें एनएस-1, आईजीएम और आईजीजी के पॉजीटिव आने पर डेंगू पीडि़त माना जाता है। कुछ मरीज शुरुआत में पॉजीटिव नहीं आते, लेकिन 10 से 15 दिन बाद जांच कराने पर डेंगू पॉजीटिव आते हैं। पॉजीटिव आने से पहले भी रक्त में प्लेटलेट्स कम होती जाती है। ऐसे मरीजों को लक्षण के आधार पर उपचार दिया जाता है।
Published on:
30 Oct 2017 12:32 pm
बड़ी खबरें
View Allकोटा
राजस्थान न्यूज़
ट्रेंडिंग
