
ऑपरेशन के बाद दीपा
कोटा . भोजन नली में इंफेक्शन होने के कारण भोजन निगल नहीं पा रही मेधावी छात्रा दीपा मीणा का तलवंडी स्थित निजी अस्पताल में बुधवार को उसका सफल ऑपरेशन हो गया। उसे नई जिंदगी मिल गई। राजस्थान पत्रिका ने 21 नवम्बर को 'एेसा जकड़ा बीमारी ने कि थम सी गई जिंदगी' शीर्षक से समाचार प्रकाशित कर दीपा की पीड़ा को उजागर किया था।
परिजन इलाज नहीं करवा पा रहे थे
इसमें बताया था कि परिवार की माली हालत होने के कारण परिजन उसका सही तरीके से इलाज नहीं करवा पा रहे थे। इसके बाद बच्ची का जीवन को बचाने के लिए शहरवासियों का कारवां जुटा और मात्र नौ दिनों में जनसहयोग एक लाख की राशि एकत्र हो गई। तलवंडी स्थित निजी अस्पताल में बुधवार को उसका सफल ऑपरेशन हुआ।
धन्यवाद 'पत्रिका'
बेटी को नई जिन्दगी मिलते ही पिता के खुशी के आंसू छलक आए। दीपा के पिता रेसपाल ने बेटी के सफल ऑपरेशन पर 'राजस्थान पत्रिका' व शहरवासियों को धन्यवाद दिया। पीड्रियाट्रिक सर्जन डॉ. एस.के. गोयल ने कहा कि दीपा के भोजन नली के वॉल्व को खोला गया। ऑपरेशन सफल हो गया। बच्ची को दो दिन उसे आईसीयू में रखा जाएगा। उसके बाद ओपीडी में शिफ्ट करेंगे। उसे पूरी तरह से ठीक होने में तीन माह का समय लगेगा।
थी करीब सवा लाख रुपए की आवश्यकता
गौरतलब है कि भोजन नली में इन्फेक्शन से ग्रसित 11 वर्षीय बालिका दीपा के सिक्यूरिटी गार्ड पिता के पास ऑपरेशन की राशि नहीं थी। दीपा के ऑपरेशन के लिए डॉक्टर ने 1.90 लाख रुपए का खर्च बताया था। साथ ही करीब 40 हजार रुपए तक की छूट दिलाने का आश्वासन दिया था। रेसपाल के पास करीब 20-25 हजार रुपए खुद के रखे हुए है। ऐसे में बेटी के ऑपरेशन के लिए उन्हें करीब सवा लाख रुपए की आवश्यकता थी। यह राशि शहरवासियों ने सौंपी।
Published on:
30 Nov 2017 04:00 pm
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