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Video: बंदर की मौत पर रो पड़ी पूरी लंका, बैंडबाजे के साथ निकाली शव यात्रा

बंदर की मौत पर दुख जताने के लिए सैकड़ों लोग जमा हो गए। फूलों से अर्थी को सजाया गया और बैंडबाजे के साथ लोगों ने शवयात्रा निकाली।

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Funeral of Monkey in Baran

एक इंसान की मौत पर भी इतने लोग इकट्ठा नहीं होते, जितने एक बंदर की शवयात्रा में देखने को मिले। फूलों से बंदर की अर्थी सजाई गई और फिर गाजे-बाजे के साथ शवयात्रा भी निकाली गई। बारां की लंका कॉलोनी में करंट लगने से बंदर के मरने का लोगों को इस कदर दुख था कि शवयात्रा में शामिल लोग बिलखते नजर आए। शवयात्रा के शमशान में पहुंचने के बाद पूरे हिंदू रिति रिवाज के साथ बंदर का अंतिम संस्कार किया गया।

बारां की लंका काॅलोनी मे एक बंदर की करंट से मौते होने पर पूरी कॉलोनी में शोक की लहर दौड़ गई। हुआ यूं कि लंका काॅलोनी में मुक्तिधाम रोड पर नाले की पुलिया के पास रखे बिजली के ट्रांसफार्मर के पास कहीं से एक बंदर आ बैठा। जिस समय बंदर आया उस समय बिजली नहीं थी, लेकिन कुछ ही देर बाद बिजली आ गई तो उसकी चपेट में आकर बंदर को करंट लग गया। बिजली के तेज झटके साथ बंदर रोड पर आ गिरा। जिससे उसकी मौके पर ही मृत्यु हो गई। इस घटना के बाद आसपास से लोग वहां एकत्रित हो गए। सूचना मिलते ही वार्ड पार्षद शिवशंकर यादव भी मौके पर पहुंचे।

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पूरे हिंदू रीति-रिवाज से हुआ अंतिम संस्कार

शनिवार होने व बंदर की मौत के संयोग को देखते हुए लोगों की धार्मिक भावना उमड़ आई। आलम यह था कि बंदर का शव देखकर लोग बिलख-बिलख कर रोने लगे। इसके बाद क्षेत्रवासियों ने बंदर का अंतिम संस्कार पूरी हिंदू रीति-रिवाज से कराने का फैसला लिया और पलक झपकते ही बंदर की अंतिम यात्रा के लिए लोगों ने पैसों की बौछार कर दी। इसके साथ ही शवयात्रा निकालने की तैयारियों प्रारंभ कर दी।

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गाजे-बाजे के साथ निकली शवयात्रा

पैसे इकट्ठे होने के बाद इंसान के अंतिम संस्कार में होने वाली सभी क्रियाएं करते हुए गाजेबाजे से शव यात्रा निकाली और परम्परानुसार बंदर का मुक्तिधाम में अंतिम संस्कार किया गया। कुछ ही देर में युवक मुक्तिधाम से सीढ़ी ले आए। बाजे वाले को बुलवा लिया। देखते-देखते ही पूरी हिन्दू रीति रिवाज के अनुसार अंतिम संस्कार करने के लिए बैंडबाजे के साथ शवयात्रा प्रारंभ हुई। मुक्तिधाम में लकड़ियां खरीदी और चिता बनाकर पूरे क्रियाकर्म के अनुसार बंदर का अंतिम संस्कार किया गया। शवयात्रा में बड़ी संख्या में महिलाएं भी शामिल हुई। बंदर की शव यात्रा में उमड़ी भीड़ देखकर लोग चकित रह गए।