विभाग का कहना है कि दक्षिण पूर्व अरब सागर के ऊपर कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है और बादल छाए हैं। जल्द ही तेज चक्रवाती हवाएं केरल तट की ओर मानसून को आगे बढ़ा सकती हैं। अगले दो-तीन दिन में स्थितियों में सुधार की संभावना है। मौसम विभाग पहले ही जून से सितंबर तक देश में मानसून सामान्य रहने की भविष्यवाणी कर चुका है। मौसम विभाग की वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. सोमा सेनरॉय के मुताबिक अरब सागर में साइक्लोनिक सर्कुलेशन ऐसे समय बना है, जब हम केरल तट से मानसून टकराने की उम्मीद कर रहे थे।
मौसम विभाग ने बताया कि दक्षिणी अरब सागर के ऊपर पश्चिमी हवाएं औसत समुद्र तल से 2.1 किमी ऊपर तक चल रही हैं, जिससे मानसून प्रभावित हो सकता है। विभाग ने यह भी साफ किया कि जरूरी नहीं कि मानसून अन्य हिस्सों में भी देर से आए। आने वाले दिनों में इस बारे में तस्वीर साफ होगी। इस बीच, पूर्वी भारत के राज्यों विशेषकर बिहार, पश्चिम बंगाल और झारखंड में गर्मी से लोग बेहाल हैं। आने वाले दिनों में पूर्वी भारत के राज्यों में हीट वेव चलेगी।