IMD Red Alert: मौसम विभाग ने राजस्थान के 6 जिलों में रेड अलर्ट जारी करते हुए कोटा, पाली, टोंक, बूंदी, भीलवाड़ा और अजमेर में मेघगर्जन और वज्रपात के साथ अत्यधिक तेज बारिश की प्रबल संभावना जताई है।
Monsoon Heavy Rain In Rajasthan: राजस्थान में मानसून मेहरबान है और सुबह से ही कोटा जिले में भारी बारिश का दौर जारी है। मौसम विभाग ने भी आज यानी शुक्रवार को कोटा संभाग के कुछ हिस्सों में भारी से अतिभारी बारिश और कहीं-कहीं अत्यंत भारी बारिश होने की प्रबल संभावना जताई है।
मौसम विज्ञान केन्द्र के अनुसार दक्षिण-पूर्वी उत्तर प्रदेश के ऊपर कम दबाव का क्षेत्र आज तीव्र होकर अवदाब में परिवर्तित हो चुका है। आगामी 48 घंटों में इसके राजस्थान की ओर बढ़ने की संभावना है। ऐसे में कोटा, जयपुर और अजमेर संभाग में शुक्रवार को पूर्वी राजस्थान में उपरोक्त तंत्र का सर्वाधिक प्रभाव होने की संभावना है। कोटा संभाग के कुछ भागों में भारी, अतिभारी बारिश व कहीं-कहीं अत्यंत भारी बारिश होने की प्रबल संभावना है। प्रदेश में 20 जुलाई से भारी बारिश की गतिविधियों में कमी दर्ज होने की संभावना है।
मौसम विभाग ने राजस्थान के 6 जिलों में रेड अलर्ट जारी करते हुए कोटा, पाली, टोंक, बूंदी, भीलवाड़ा और अजमेर में मेघगर्जन और वज्रपात के साथ अत्यधिक तेज बारिश की प्रबल संभावना जताई है।
चंबल नदी पर बने बांधों के कैचमेंट एरिया में पानी की आवक के चलते रावतभाटा स्थित राणा प्रताप सागर और बूंदी के जवाहर सागर बांध से पन बिजलीघर के जरिए पानी की निकासी की गई, वहीं कोटा बैराज के दो गेट खोलकर 5008 क्यूसेक पानी की निकासी की जा रही है। बुधवार देर रात कोटा बैराज से तीन गेट खोलकर पानी की निकासी की गई। इधर, कोटा जिले के चेचट में ताकली बांध के 7 गेट खोलकर पानी की निकासी की जा रही है।
रामगंजमंडी में बुधवार देर रात करीब तीन बजे से बरसात का सिलसिला चालू हुआ था। सुबह पांच बजे से सात बजे के बीच में मूसलाधार बरसात हुई। रामगंजमंडी व खैराबाद में नालों का पानी सड़क पर आकर बहने के अतिवृष्टि से बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गए। सांगोद में डेढ़ घंटे में 97 एमएम बरसात हुई। इससे सडकें व रास्ते दरिया बन गए। मोड़क स्टेशन में बुधवार देर रात 3 बजे से शुरू हुई बरसात ने सुबह तक नदी-नालों को उफान पर ला दिया। चेचट क्षेत्र में बरसात और पानी की आवक से ताकली बांध के 7 गेट खोलकर 4333 क्यूसेक पानी की निकासी की गई। तेज बारिश से क्षेत्र समेत कस्बे में पानी भर गया।