प्रदर्शनकारियों में महिलाएं भी शामिल थी। महिलाओं का कहना था कि रानी
पदमावती क्षत्राणियों की शान है। अपनी आन बान की रक्षा के लिए जिन्होंने अपने प्राणों की आहुति दे दी उस के बलिदान व राजपूत समाज के गौरव का आंच नहीं आने दी जाएगी। यूथ कांग्रेस के प्रदेश महासचिव रविप्रताप सिंह चंदा ने कहा कि सरकार को पूरे भारत में ही फिल्म पर रोक लगानी चाहिए।
राजपूत समाज के समाज सेवी चन्दन सिंह शक्तावत ने कहा कि पदमावती राजपूत ही नहीं पूरे हिन्दू समाज के लिए आदर्श है। ऐसे में इनको फिल्म में गलत बताकर बंसाली अच्छा नहीं कर रहा है। इस दौरान करनी सेना के जिलाअध्यक्ष निर्भय सिंह, राजपूत यूथ फाउंडेशन के जिलाध्यक्ष शम्भू सिंह कानावत, पुष्पेन्द्र सिंह जादौन, भगवान ङ्क्षसह, हिम्मत सिंह हाड़ा, सहित अन्य राजपूत समाज के लोग उपस्थित रहे। प्रदर्शन को देखते हुए पुलिस प्रशासन की ओर से अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक समीर कुमार, पुलिसउपाधिक्षक राजेश मेशराम व सवाई सिंह गोदारा सहित चार पुलिस थानों के थानाधिकारी मौजूद रहे।
पद्मावत , कोटा के Gold Cinema में हो चुकी तोडफ़ोड़ 20 मिनट लगाया जामकरनी सेना के कार्यकर्ताओं द्वारा महाराणा प्रताप चौराहे से पैदल रैली निकाली गई। इसके बाद नारेबाजी करते हुए पुन: महाराणा प्रताप की प्रतिमा पर पहुंचे। इसके बाद कुछ कार्यकर्ताओं ने कुन्हाड़ी पेट्रोल पंप के सामने जाम लगा दिया। इसके चलते दोनों तरफ ही वाहनों की लम्बी कतारे लग गई। पुलिस ने कार्यकर्ताओं की समझाइश कर 20 मिनट बाद जाम को खुलवाया गया। इससे वाह से गुजरने वाले वाहन चालकों को परेशानी का सामना करना पड़ा।