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संवाद रोकेगा अपराध
दोनों राज्यों में सीमावर्ती अपराधों ( Crime ) को रोकने के लिए सीमावर्ती थाना क्षेत्रों के थानाधिकारी लगातार संपर्क में रहेंगे। इसके अलावा हर माह आपस में एक बैठक कर विभिन्न मामलों पर विचार विमर्श करेंगे और इसकी रिपोर्ट वृत्ताधिकारी व उच्चधिकारियों को भेजेंगे। इसके अलावा सीमावर्ती क्षेत्र में हर दो माह में वृत्ताधिकारी स्तर के अधिकारी आपस में बैठक लेंगे व थानाधिकारियों की बैठक की कार्रवाई समेत अन्य अपराधों पर चर्चा करेंगे, वहीं जिला स्तर पर पुलिस अधीक्षक स्तर के अधिकारी हर तीन माह में आपस में बैठक कर सीमावर्ती जिलों में अपराधों की समीक्षा करेंगे।
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एडिशनल एसपी स्तर का होगा अधिकारी
दोनों राज्यों में सीमावर्ती राज्यों में होने वाले अपराधों के लिए अब अलग से सेल होगा। इसमें एडिशनल एसपी स्तर के अधिकारी तैनात किए जाएंगे। दोनों राज्यों के सेल प्रभारी आपस में लगातार संपर्क में रहेंगे तथा सीमावर्ती अपराधों, अपराधियों, अपराध कर दूसरे राज्य में भागने वाले अपराधियों, तस्करी समेत विभिन्न प्रकार के अपराधों पर रोकथाम के लिए योजनाबद्ध तरीके से प्रभावी कार्रवाई करेंगे। सेल केवल सीमा अपराधों पर कार्रवाई करेगी। अलग से सेल बनने पर सीमावर्ती अपराधों पर पुलिस की पकड़ काफी मजबूत हो जाएगी।
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शीघ्र ही दोनों राज्यों में इन्टर स्टेट सेल का गठन किया जाएगा। इसमें नोडल अधिकारी एडिशनल एसपी स्तर का अधिकारी होगा। इसके अलावा थानाधिकारी से लेकर एसपी तक लगातार बैठकें कर सीमावर्ती अपराधों पर पूरी नजर रखेंगे व प्रभावी कार्रवाई करेंगे। चूंकि सेल सीमावर्ती अपराधों पर ही काम करेगी तो इससे सीमावर्ती अपराधों पर प्रभावी रोक लगेगी।
बिपिन कुमार पाण्डेय, पुलिस महानिरीक्षक, कोटा रेंज।