कोटा. रेलवे में मुख्य स्वास्थ्य निरीक्षण के अधीन कार्य करने वाले मलेरिया सहायक कर्मचारियों को जोखिम भत्ता दिया जाएगा। रेलवे बोर्ड ने इसके आदेश जारी कर दिए हैं। रेलवे मजदूर संघ के मंडल सचिव अब्दुल खालिक ने बताया कि ये कर्मचारी कीटाणुनाशक दवाइयों का छिड़काव करते हैं। ऐसे में उनकी कार्य की प्रकृति को देखते हुए जोखिम भत्ता देने के आदेश जारी किए गए हैं।
और इधर ….न्यू पेंशन स्कीम से परेशान युवा रेलकर्मी बनाएंगे रणनीति
कोटा. वेस्ट सेन्ट्रल रेलवे एम्पलाइज यूनियन की ओर से शुक्रवार दोपहर ढाई बजे युवा रेलकर्मियों का सम्मेलन उमरावल पुरोहित सभागार में होगा। इसमें मंडल के तुगलकाबाद, भरतपुर, बयाना, गंगापुर सिटी, सवाईमाधोपुर, बारां, बूंदी, मांडलगढ़, शामगढ़, रामगंजमंडी, भवानीमंडी, विक्रमगढ़ आलोट व कोटा के युवा रेलकर्मचारी यूनियन के सदस्य भाग लेंगे। सम्मेलन में नई चुनौतियों एवं वर्तमान परिपेक्ष्य में कार्य के दौरान के होने वाली समस्याओं के समाधान पर चर्चा करेंगे। यूनियन के जोनल महामंत्री मुकेश गालव ने बताया कि युवा संवाद कार्यक्रम का उद्घाटन ऑल इंडिया रेलवेमैन्स फेडरेशन के महामंत्री शिवगोपाल मिश्रा करेंगे। मिश्रा फेडरेशन के करीब 10 लाख सदस्यों से जुड़े हैं। वे कोटा में युवाओं से सीधा संवाद करेंगे। कोटा मंडल और माल डिब्बा कारखाने में करीब 16 हजार रेलकर्मी हैं। इनमें से 10 हजार से ज्यादा रेलकर्मी ट्रेड यूनियनों से जुड़े हुए हैं। ऐसे में इस सम्मेलन के लिए जाने वाले प्रस्तावों को रेलवे बोर्ड को भेजा जाएगा। खासतौर से न्यू पेंशन स्कीम को लेकर युवा रेलकर्मियों में असंतोष है। मिश्रा कोटा प्रवास के दौरान एक और दो नवम्बर को होने वाले ऑल इण्डिया रेलवेमैन्स फेडरेशन के महाधिवेशन की तैयारियों का भी जायजा लेंगे।
ये रणनीति भी बनेगी
मार्च 2019 में ट्रेन यूनियनों की मान्यता को लेकर गुप्त मतदान होगा। युवा रेलकर्मी एम्पलाइज यूनियन के पक्ष में ज्यादा रेलकर्मियों को जोडऩे के लिए भी इस सम्मेलन में रणनीति बनाएंगे। पिछले चुनावों में भी रेलवे एम्पलाइज यूनियन पहले नम्बर रहा था। यूनियन के मंडल अध्यक्ष एस.के. भार्गव ने बताया कि खासतौर से युवा रेलकर्मी यूनियन से ज्यादा जुड़ रहे हैं। ऐसे में उनकी समस्याओं के लिए आर पार की लड़ाई की रणनीति बनाई जाएगी।