
डॉ. रमन, बृजमोहन, गुरुबालदास, सरोज, पवन साय, चंदेल सहित 15 नेता शामिल
Rajasthan Election Result 2023: हाड़ौती में यदि हम हार जीत के कारणों का अध्ययन करें तो मैदान में उतरे चेहरों की व्यक्तिगत छवि खास रही। इसके अलावा कुछ सीटों पर हिंदुत्व का कार्ड चला जिससे बड़े मार्जिन की जीत दर्ज होते दिखी। वहीं, कुछ सीटों पर जातीय समीकरण जीत हार का कारण बने। बारां पूरा जिला इसका उदाहरण बना। कुछ सीटों पर बाहरी प्रत्याशी नकार दिए गए तो कुछ पर विकास न होना नाराजगी की वजह बना और मौजूदा विधायक कुर्सी गंवा गए। स्टार प्रचारकों की सभाएं भी कुछ सीटों पर असरदार काम कर गईं।
कोटा उत्तर में हार-जीत का अंतर बहुत कम रहा। स्पष्ट है कि यहां अल्पसंख्यक वोट एकतरफा कांग्रेस हक में पड़े। यहां हिंदु वोटों का ध्रुवीकरण भी रहा जिसमें विकास के लिए वोट करना और निर्वतमान मंत्री शांति धारीवाल से एक तरह की सिम्पैथी देखी गई। बहुत कम मार्जिन से ही सही पर धारीवाल जीत गए। कोटा दक्षिण में भाजपा और संघ का बूब नेटवर्क और संदीप शर्मा की सौम्य छवि और वरिष्ठतम भाजपा नेता का आशीर्वाद जीत का कारण बना। टिकट में बहुत देरी होना भी यहां कांग्रेस की राखी गौतम को ले डूबा। सांगोद, रामगंजमंडी में अनुभवी उम्मीदवारों ने जनता से जुड़ाव का पूरा फायदा लिया
भाजपा : जीत के कारण
- कई सीटों पर हिंदुत्व की लहर दिखी
- बूथ मैनेजमेंट में कांग्रेस कहीं भी मुकाबला नहीं कर पाई
- वरिष्ठ नेताओं की टीम कई सीटों पर सक्रिय रही
- सही प्रत्याशी चयन और समय से टिकट
कांग्रेसः हार के कारण
- हिंदु वोटों का ध्रुवीकरण करने में सफलता नहीं मिली
- 7 गारटियों को जनता तक पहुंचा पाने में सफल नहीं हुए
- बारां जिले में जातीय समीकरणों को साधने में असफल
- टिकट देने में देरी का भी नुकसान हुआ
Published on:
05 Dec 2023 08:05 am
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