उन्होंने कहा कि दोनों प्रयोग करने वाला कोटा देश का पहला शहर है, जहां प्रोजेक्ट शुरू हुए हैं। जिला कलक्टर एवं स्मार्ट सिटी के सीईओ रोहित गुप्ता ने कहा कि कहा कि 2 लाख 30 हजार पुस्तकें इस लाइब्रेरी में मिलेंगी। उन्हें स्टूडेंट्स या शहरवासी एक क्लिक या एप से अपने घर मंगा सकेंगे।
स्मार्ट सिटी के वाइस चेयरमैन महापौर महेश विजय और न्यास अध्यक्ष रामकुमार मेहता ने पॉलीथिन मुक्ति का संकल्प लेने वाले व्यापार संघों के पदाधिकारियों को सम्मानित किया। इस दौरान यूआईटी सचिव आनंदीलाल वैष्णव, आयुक्त डॉ. विक्रम जिंदल, उपायुक्त राजेश डागा भी उपस्थित थे।
शहर के 20 ई-मित्र केंद्रों से मंगा सकेंगे बुक 20 रुपए शुल्क देकर कोई भी नागरिक या विद्यार्थी आजीवन सदस्यता ले सकता है। उन्हें स्मार्ट कार्ड दिया जाएगा, जिससे वे मनचाही बुक्स मात्र 10 प्रतिशत शुल्क पर घर मंगवा कर पढ़ सकेंगे।
ऑनलाइन लाइब्रेरी तथा बुक बैंक खोलने से सभी नागरिकों एवं स्कूल, कॉलेज व कोचिंग विद्यार्थियों को सभी तरह की किताबें रियायती दर पर उपलब्ध हो सकेंगी। इसके लिए इंडिया रीड्स डॉट कॉम व 20 ई-मित्र केंद्रों से एमओयू किया गया है। यहां जाकर स्टूडेंट्स या अन्य लोग बुक मंगवा सकेंगे। ये बुक्स ई-मित्र से मिलेगी और वहीं जमा होगी।
समस्याएं बताई स्वायत्त शासन विभाग के शासन सचिव मनजीत सिंह को कोटा व्यापार महासंघ ने समस्याएं बताई और सफाई व्यवस्था सुधारने की मांग की। इस पर जिला कलक्टर रोहित गुप्ता ने जल्द शहर की सफाई व्यवस्था सुधारने का आश्वासन दिया। इस दौरान महासंघ अध्यक्ष क्रांति जैन, महासचिव अशोक माहेश्वरी भी मौजूद रहे।