यह भी पढ़ें
पहले नहीं देखा होगा ये 100 का सिक्का, जिसकी कीमत है 3000 से ज्यादा
सूचना पर थर्मल के अधिकारी मौके पर पहुंचे तथा वैगन को पटरी से अलग करवाकर टिपलर पर कोयले के वैगन की सप्लाई शुरू करवाई। प्रत्यक्षदशियों के अनुसार, मंगलवार सुबह 4:50 बजे वैगन टिपलर 2 पर कोयले से भरी मालगाड़ी को खाली किया जा रहा था। इस दौरान एक और मालगाड़ी कोयला लेकर थर्मल परिसर पहुंची। थर्मल का इंजन रैक के साथ जुडे गार्ड वैगन को अलग खडा करने के लिए ले गया। लौटते समय टिपलर से खाली होने के बाद दूसरी मालगाड़ी का वैगन भी इसी ट्रेक पर सरकाया जा रहा था। उससे इंजन टकरा गया । टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि खाली वैगन क्षतिग्रस्त होकर पटरी से उतर गया। इधर थर्मल के रेल इंजन को भी नुकसान पहुंचा। थर्मल प्रशासन ने दुुर्घटना की जांच के आदेश दिए हैं।
यह भी पढ़ें
गलतफहमी दूर करे! सिर्फ केन्द्र से खिताब पाने को हो रही शहर की सफाई
बरती जा रही लापरवाही कोटा थर्मल परिसर में जिस जगह यह दुर्घटना हुई, वहां इंजन की गति अधिकतम 20 किमी प्रतिघंटा के आसपास ही रखी जाती है, लेकिन प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार दुर्घटना के समय इंजन की गति करीब 30 किमी प्रतिघंटे के आसपास थी।
इसके साथ ही जिस ट्रेक पर वैगन को खाली कर भेजा जा रहा था, लोको पायलेट भी इंजन को लेकर उसी ट्रेक पर आ गया, इससे यह हादसा हुआ।