
Anil Ambani Resignation not Accepted
नई दिल्ली।अभी पिछले हफ्ते ही अनिल अंबानी ने रिलायंस कम्यूनिकेशंस के चेयरमैन पद से इस्तीफा दिया था। जिसे कंपनी के कर्जदाताओँ की समिति ने नामंजूर कर दिया है। दिवाला समाधान प्रक्रिया के तहत चल रही समिति की बैठक में यह निर्णय लिया गया। इस बैठक में अनिल अंबानी के साथ 4 अन्य निदेशकों के इस्तीफे को भी नामंजूर कर दिया गया। समिति ने एकमत से यह फैसला लेते हुए आर कॉम के निदेशक के नाते दायित्वों व जिम्मेदारियों का निर्वहन जारी रखने का सुझाव दिया है। कंपनी ने यह जानकारी रविवार को एक्सचेंज को सौपी है।
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इन 4 के इस्तीफे भी हुए नामंजूर
अनिल अंबानी के साथ-साथ कंपनी के अन्य 4 निदेशक रायना करानी, छाया विरानी, मंजरी काकेर तथा सुरेश रंगाचार के इस्तीफे को भी नामंजूर कर दिया गया है। इन चार निदेशकों ने इस महीने की शुरुआत में कंपनी से इस्तीफा दिया था। इन सभी को दिवाला एवं ऋणशोधन प्रक्रिया में सहयोग देने का निर्देश दिया गया है।' दूरसंचार क्षेत्र के विधायी बकायों पर उच्चतम न्यायालय के निर्णय के बाद कंपनी को सितंबर तिमाही में 30,142 करोड़ रुपए का घाटा हुआ है। जो भारतीय कंपनी को एक तिमाही में हुआ दूसरा सबसे बड़ा घाटा है।
दिवाला प्रक्रिया में है कंपनी
आपको बता दें कि रिलायंस कम्युनिकेशन दिवाला प्रक्रिया में चल रही है। कंपनी को पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में 1,141 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ कमाया था। उच्चतम न्यायालय के दूरसंचार कंपनियों के सालाना समायोजित सकल राजस्व (एजीआर) की गणना पर फैसले के मद्देनजर कंपनी ने 28,314 करोड़ रुपये का प्रावधान किया है। आरकॉम की कुल देनदारियों में 23,327 करोड़ रुपये का लाइसेंस शुल्क और 4,987 करोड़ रुपये का स्पेक्ट्रम इस्तेमाल शुल्क शामिल है। आरकॉम और उसकी अनुषंगियों ने 1,210 करोड़ रुपये के ब्याज और 458 करोड़ रुपये के विदेशी विनिमय उतार-चढ़ाव के लिए प्रावधान नहीं किया है। अब देखना है कि आगे कंपनी इस प्रक्रिया को पूरी कर पाती है या नही वहीं अनिल अंबानी की मुश्किलें कम होती या और बढ़ती हैं।
Updated on:
25 Nov 2019 09:29 am
Published on:
24 Nov 2019 04:15 pm
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