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आखिर क्यों बंद करना पड़ा गूगल प्लस, जानिये पूरी कहानी

गूगल अपनी सोशल मीडिया साइट्स गूगल ने उपभोक्ताओं द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले अपने सोशल नेटवर्क 'गूगल+’ (गूगल प्लस) को बंद कर दिया है।

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Saurabh Sharma

Oct 09, 2018

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पांच लाख लोगों के डेटा के हुआ खतरा तो गूगल बंद ने बंद किया 'गूगल+’

नर्इ दिल्ली। पूरी दुनिया में डेटा सिक्योरिटी को लेकर काफी बहस हो रही है। फेसबुक, व्हाट्स एप तमाम एेसी सोशल साइट्स को दुनियाभर की सरकारें हिदायतें दे रही है। अब जो नया मामला सामने आया है वो गूगल से संबंधित है। गूगल अपनी सोशल मीडिया साइट्स गूगल ने उपभोक्ताओं द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले अपने सोशल नेटवर्क 'गूगल+’ (गूगल प्लस) को बंद कर दिया है। अब सवाल ये है कि आखिर गूगल को यह कार्रवार्इ क्यों करनी पड़ी? गूगल प्लस को बंद करने के बाद अधिकारी क्या कर रहे हैं आइए जानते हैं....

गूगल+ क्यों हुआ बंद?
अमरीकी दिग्गज कंपनी गूगल ने दुनिया को जानकारी देते बताया कि गूगल+ बंद हो गया है। गूगल प्लस को फेसबुक को चुनौती देने के लिए लाया गया था। जिसमें वो पूरी तरह से नाकाम रहा था। गूगल के स्पोक्सपर्सन के अनुसार गूगल+ को बनाने से लेकर प्रबंधन में काफी चुनौतियां थीं, जिसे ग्राहकों के आशा के अनुरूप तैयार किया गया था लेकिन दूसरी बाकी साइट के मुकाबले कम यूज किया जाता था। जानकारों के अनुसार 2015 से 2018 के बीच दूसरे डेवलपर्स की आेर से गूगल प्लस प्रोफाइल के डेटा में छेड़छाड़ करने का प्रयास किया था। गूगल के अनुसार दुनियाभर के करीब 5 लाख लोगों के निजी जानकारी में सेंध लगी थी।

अधिकारियों ने यह बयान
गूगल की आेर से आए बयान में कहा है कि उन्होंने सोशल साइट बंद करने से पहले उस बग को ठीक कर लिया था जिसकी वजह से 5 लाख लोगों के निजी डेटा में सेंध लगार्इ गर्इ थी। आपको बता दें कि फेसबुक को लेकर बड़ी खबर सामने आर्इ थी कि उसके दुनियाभर के करीब 5 करोड़ यूजर का डेटा खतरे में हैं।

5 करोड़ यूजरी की निजी जानकारी को खतरा
मार्च 2017 में न्यूयॉर्क टाइम्स और लंदन के ऑब्जर्वर ने एक रिपोर्ट प्रकाशित की थी। रिपोर्टों में दावा किया गया था कि राजनीतिक कंसल्टिंग कंपनी कैम्ब्रिज एनालिटिका से संबंधित एक रिसर्चर ने 5 करोड़ फेसबुक यूजर्स की जानकारी में सेंध लगाई है। आरोप है कि इस डेटा के जरिए वोटर्स तक पहुंचने के लिए उन्हें सोशल मीडिया पर व्यक्तिगत मैसेज भेजे गए। इस डेटा का इस्तेमाल अमरीकी राष्ट्रपति चुनावों के अलावा ब्रेग्जिट चुनाव में भी किया गया है।