
अनिल अंबानी की वित्तीय कंपनियों की रेटिंग घटने से परेशानी में बीमा कंपनियां
नई दिल्ली।अनिल अंबानी की अगुवाई वाली रिलायंस कैपिटल की दो कंपनियों की रेटिंग घटने से इन कंपनियों के साथ ही कई बीमा कंपनियों के लिए भी दिक्कत खड़ी हो गई है। यूनिट लिंक्ड प्लान ( यूलिप ) और ग्रुप व एन्युइटी प्लान की पूंजी का निवेश इन कंपनियों में करने वाली कंपनियां इससे परेशानी में पड़ सकती हैं।
दरअसल भारतीय बीमा विकास एवं विनियामक प्राधिकरण ( इरडा ) के नियमों के तहत बीमा कंपनियां 5 फीसदी से अधिक फंड ए प्लस और उससे कम रेटिंग वाली कंपनियों में नहीं लगा सकते। इसी तरह यूलिप फंड की 75 फीसदी पूंजी एएए रेटिंग और 25 पर्सेंट तक एए प्लस रेटिंग वाली कंपनियों में लगाया जा सकता है। ए प्लस और उससे कम रेटिंग वाली कंपनियों में निवेश की सब-लिमिट 5 फीसदी है। रिलायंस कैपिटल की सहायक कंपनियों रिलायंस होम फाइनेंस लिमिटेड ( आरएचएफएल ) और रिलायंस कॉमर्शियल फाइनेंस लिमिटेड ( आरसीएफएल ) की के्रडिट रेटिंग घटने से अब बीमा कंपनियों को इनमें किए गए निवेश को कहीं और लगाना होगा। कंपनियों ने इरडा से इसके पालन के लिए कुछ और समय मांगा है।
बता दें कि कई बीमा कंपनियों ने अनिल अंबानी समूह की इन दोनों कंपनियों में उस वक्त निवेश किया था, तब उनकी रेटिंग ऊंची थी। पिछले हफ्ते रेटिंग एजेंसी केयर और इकरा द्वारा इनकी रेटिंग घटाने से बीमा कंपनियों के लिए परेशानी पैदा हो गई है।
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Published on:
01 May 2019 06:25 pm
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