सास की बातों का विरोध ना करें
यदि शुरू-शुरू में सास घर के रीति रिवाज बताती हैं तो उन्हें ना सिर्फ सुनें बल्कि उस पर अमल भी करें। ऐसा करने से सासू मां प्रसन्न रहेंगी। यदि उनकी बातों का विरोध करेंगी तो पहले सास से दूरियां होंगी इसके बाद आपके और पति के रिश्तों में दरार आ सकती है। यह तय है कि वे उस घर में अपनी पूरी ज़िंदगी बिता चुकी हैं तो उन्हे उस घर का आपसे ज्यादा तजुर्बा है।
खुले मन से साझा करें अपनी चीजें
जैसे आप अपनी मां से बिना सोचे हर वस्तु साझा करती हैं यदि उसी तरह अपनी सासू मां के साथ भी अपने गहने और नए वस्त्र शेयर करेंगी तो वे भी आपसे अपनी वस्तुएं नहीं छिपाएंगी और आपको बेझिझक उपयोग करने देंगी। जिससे रिश्तों में काफी मिठास आएगी।
स्वभाव में ना करें बदलाव की कोशिश
जैसे आप अपने स्वभाव को जल्दी नहीं बदलना चाहती हैं ठीक वैसे ही आपकी सासू मां भी अपना स्वभाव नहीं बदलना चाहेंगी लिहाजा उन्हें बदलने की कोशिश ना करें। क्योंकि सास का जो स्वभाव वर्षों से है उसे वे एक दिन में नहीं बदल सकती हैं। इसी लिए उनकी पसंद-नापंद को स्वीकार करके अपने आपको उनके मुताबित ढ़ालने की कोशिश करें तो यकीनन आपका रिश्ता लाजवाब होगा।