
Constable recruitment exam paper leak
सिपाही भर्ती परीक्षा का पेपर लीक मामले में अब तक 396 लोग गिरफ्तार किये जा चुके हैं लेकिन गिरोह का सरगना अभी भी पुलिस की पकड़ से दूर है। गुरूवार को पेपर लीक कराने वाले गैंग के तीन लोगों को एसटीएफ ने गाजियाबाद से गिरफ्तार किया। तीनों पेपर लाने वाली ट्रांसपोर्ट कंपनी के पूर्व कर्मचारी हैं, जिन्होंने मास्टरमाइंड राजीव नयन मिश्रा के साथ मिलकर वेयरहाउस से पेपर की फोटो खींची थी और इसे लाखों रुपए लेकर बेचा था।
डीजीपी ने बताया पूरा प्लान
डीजीपी प्रशांत कुमार और एडीजी कानून व्यवस्था एवं एसटीएफ अमिताभ यश ने बताया कि प्रयागराज के अभिषेक कुमार शुक्ला, मिर्जापुर के शिवम गिरि और भदोही के रोहित कुमार पाण्डेय अहमदाबाद की टीसीआई एक्सप्रेस कंपनी के पूर्व कर्मचारी हैं। उन्होंने वेयरहाउस में रखे पेपर के बक्से का कब्जा खोलकर आईफोन से फोटो ली थी।
राजीव नयन ने बक्सा खोलने में माहिर पटना निवासी डॉ. शुभम मंडल को बुलाया था जिसे एसटीएफ हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। वहीं राजीव नयन मिश्रा ने अपने साथी रवि अत्री के साथ पेपर को विक्रम पहल, मोनू ढाकला, विक्रम दहिया, महेन्द्र शर्मा, गौरव चौधरी, मोनू पंडित, सतीश धनकड (नेचर वेली रिसोर्ट का मालिक), नीटू, धीरज उर्फ गोल्डी (वालीबुड रेस्टोरेंट सोनीपत हरियाणा का मालिक) आदि को दिया था।
एसटीएफ ने 54 को पकड़ा
राजीव नयन पहले भी कई प्रतियोगी परीक्षाओं के पेपर लीक कर चुका है। उसका नाम हाल ही में आयोजित आरओ/ एआरओ परीक्षा का पेपर लीक करने में भी आया है। डीजीपी ने बताया कि सिपाही भर्ती पेपर लीक मामले में अब तक 396 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है, जिसमें से 54 को एसटीएफ ने पकड़ा है।
Published on:
16 Mar 2024 08:01 am
