
Akhilesh das marg
लखनऊ। अम्बेडकर चौराह से हुसड़िया मार्ग तक 4. 5 किलोमीटर सड़क पूर्व मेयर, केंद्रीय मंत्री और कोंग्रस नेता रहे डॉ अखिलेश दास के नाम हो गयी। सूबे के उप मुख्यमंत्री डॉ दिनेश शर्मा के साथ कैबिनेट मंत्री बृजेश पाठक ने इसका लोकार्पण किया। लोकार्पण के दौरान अखिलेश दास के राजनीतिक सलाहकार रहे सुशील दुबे ने मांग की कि कार्यक्रम स्थल (आंबेडकर मैदान चौराह) पर डॉ अखिलेश दास की प्रतिमा लगाई जाए। कभी बसपा में साथ निभा चुके बृजेश पाठक ने एक स्वर में ये बात कही कि उनकी प्रतिमा ज़रूर लगेगी लेकिन डॉ दिनेश शर्मा ने इस सिफारिश को फिलहाल ये कहते हुए लटका दिया कि सार्वजनिक स्थल पर प्रतिमा लगाने से पहले न्यालय के आदेशों को देखना होगा। उन्होंने इशारों इशारों में ये भी कह दिया कि निकाय चुनाव होने का बाद इस पर वे विचार करेंगे और यदि कानून अड़ंगा न हुआ तो प्रतिमा लगेगी।
..आखिर जुड़े तो बसपा और कांग्रेस से ही थे !
दरअसल बृजेश पाठक और डॉ दिनेश शर्मा ने अखिलेश दास की जम के तारीफ की। बेशक मंच से दल से उठ कर व्यक्तित्व की बात कही जा रही हो लेकिन उप मुख्यमंत्री ये बात भली भाँती समझते हैं कि चुनाव से ठीक पहले मूर्ती लगाने की घोषणा वो भी कांग्रेस और बसपा से जुड़े राजनेता की उनके खेमे के कई लोग को नाराज़ कर सकती है। बहरहाल इससे हट कर दोनों ही भाजपा नेताओं ने अखिलेश दास को याद किया और उनसे जुडी यादें बायान की।
बृजेश पाठक ने कहा कि अखिलेश दास जी के लिए कोई दल मायने नहीं रखता था। वे सबसे अच्छा व्यक्तित्व रखते थे। उन्होंने लखनऊ के विकास का जो सपना देखा था वे उसे अधूरा छोड़ कर चले गए।
कभी बात नहीं हुई,सीधा पार्टी का भेजा न्योता
डॉ दिनेश शर्मा ने बताया कि वे चुनाव लड़ रहे थे और अखिलेश दास किसी और को चुनाव लड़ा रहे थे। नतीजे आये तो वे महापौर बने। एक दिन अचानक उन्होंने अपने बेटे की बर्थडे पार्टी का कार्ड भेजा। वे जैसे ही अखिलेश दास जी के घर पहुंचे तो वे तुरंत अकार गले लग गए और माफ़ी मांगने लगे। दरअसल उन्हें लग रहा था कि अखिलेश दास उन्हें न्योतता देना भूल गए हैं।
मेरे लिए बनाते थे चुनावी हवा !
डॉ दिनेश शर्मा ने कहा कि अखिलेश दास चुनावी सीजन में कॉफी शॉप में बनने वाला माहौल अपने घर ही में बना लेते थे। वे बैठे बैठे कहने लगते थे कि हर जगह 'डॉ दिनेश शर्मा' ही दिख रहा है। वे अच्छा चुनाव लड़ रहा है।
पहले ही बता दिया था कितने वोट से जीतेंगे राजनाथ
डॉ दिनेश शर्मा ने कहा कि अखिलेश दास एक अच्छे रानीतिक पंडित थे। वे अनुमान बहुत सटीक लगते थे। उन्होंने लोकसभा चुनाव के दौरान मुझे मैसेज कर कहा था कि राजनाथ सिंह 2 लाख 60 हज़ार से भी अधिक मार्जिन से चुनाव जीतेंगे। राजनाथ सिंह के जीतने के बाद मैने खुद उनको वो मेसैज भी दिखाया था।
कलराज मिश्र के घर बनवाया था बैडमिंटन कोर्ट
उप मुख्यमंत्री ने बताया कि एक दिन वे कलराज मिश्र के घर गए थे और वहाँ उन्होंने बैडमिंटन कोर्ट देखा। वे ये देख हैरान हुए। जब उन्होंने इस बारे में कलराज मिश्र से पूछा तो उन्होंने कहा 'अखिलेश आया था और उसने ये इच्छा जताई थी। उसकी बात नहीं टाल पाया'
दलीय सीमाओं से ऊपर उठ कर देखते थे अखिलेश दास
उप मुख्यमंत्री ने कहा कि देश में ऐसे राजनीतिज्ञ बहुत कम हुए है जिन्होंने दलीय सीमाओं और राजनीतिक मतभेदों से ऊपर उठकर सभी दलों के लोगों के साथ दोस्ताना संबंध रखे हों। राजनीति की इस शून्यता को अटल बिहारी बाजपेयी, हरिकिशन सिंह सुरजीत, चंद्रशेखर, और डा.अखिलेश दास गुप्ता ने बखूबी भरने का काम किया और तमाम राजनीतिक मतभेदों, दलीय सीमाओं से ऊपर उठकर व्यक्तिगत तौर पर सभी दलों के नेताओं के साथ दोस्ताना संबंध रखा है।
Updated on:
23 Oct 2017 08:31 pm
Published on:
23 Oct 2017 07:47 pm
बड़ी खबरें
View Allलखनऊ
उत्तर प्रदेश
ट्रेंडिंग
