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Amarmani Tripathi: अमरमणि त्रिपाठी के रिहाई को 4 दिन हो गए, लेकिन घर नहीं जा रहे, जानें इसके पीछे की वजह

Amarmani Tripathi: अमरमणि त्रिपाठी और मधुमणि को रिहाई हुए 4 दिन हो गए लेकिन अभी तक मेडिकल कॉलेज में ही हैं। ऐसे में सवाल उठ रहा है कि ऱिहाई के बाद दोनों लोग घर क्यों नहीं गए। आइए जानते हैं।

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लखनऊ

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Anand Shukla

Aug 28, 2023

Amarmani Tripathi and madhumani has been released for 4 days, but is not going home

पूर्व मंत्री अमरमणि त्रिपाठी

Amarmani Tripathi: कवयित्री मधुमिता शुक्ला हत्याकांड में उम्रकैद की सजा काट रहे पूर्व मंत्री अमरमणि त्रिपाठी और उनकी पत्नी मधुमणि की रिहाई शुक्रवार को समय से पहले ही हो चुकी है। दोनों की रिहाई हुए 4 दिन हो चुके हैं लेकिन अभी तक दोनों लोग गोरखपुर के बीआरडी मेडिकल कॉलेज में भर्ती हैं। इसी मेडिकल कॉलेज में दोनों लोग कई सालों से भर्ती थे।

अमरमणि के रिहाई से पहले यहां पर लोगों का आना जाना लगा रहता था लेकिन अब सन्नाटा पसरा है। सवाल उठ रहा है कि अब अचानक से ऐसा क्यों हुआ। चर्चा है कि बीमारी पर सवाल के डर ने ही दोनो के कदम अस्पताल से बाहर नहीं निकल रहे हैं।

दरअसल अमरमणि और मधुमणि के जेल जाने के बाद उनका ज्यादातर समय बीआरडी मेडिकल कॉलेज में इलाज कराते गुजरा। बीमारी पर सवाल भी उठे। मामला कोर्ट तक पहुंचा। अब रिहाई के बाद कहीं बीमारी ही सवाल न बन जाए, इसी के चलते अस्पताल से बाहर नहीं आ रहे। इस समय इलाज के साथ ही कानून के विशेषज्ञों की भी सलाह को अहमियत दी जा रही है। माना जा रहा है कि अगले एक दो दिन में उन्हें हॉयर सेंटर के लिए रेफर किया जा सकता है। वहां से इलाज के बाद दोनों घर लौट सकते हैं।

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डिस्चार्ज करने से बच रहे हैं मेडिकल कॉलेज के छात्र
वहीं, पूर्व मंत्री के पुत्र अमनमणि का बयान भी इसी सतर्कता का संकेत करता है। उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा है कि उनके माता-पिता बीमार हैं। उनका इलाज चल रहा है। अभी वह यहीं रहकर इलाज कराएंगे। डॉक्टरों की सलाह पर ही आगे का निर्णय लिया जाएगा। इतना ही नहीं मेडिकल कॉलेज के डॉक्टर भी उन्हें डिस्चार्ज करने से बच रहे हैं। डॉक्टर भी डर रहे हैं कि उन पर भी सवाल उठेगा कि ऐसी कौन सी बीमारी थी जो जेल में बंद थे तब नहीं ठीक हो रही थी और अब रिहाई होते ही ठीक हो गई। ऐसे में डॉक्टर भी हॉयर सेंटर रेफर करना ही सुरक्षित संमझ रहे हैं।

जेल सूत्रों के मुताबिक मधुमणि चार दिसंबर, 2008 को हरिद्वार की जेल से गोरखपुर जेल ट्रांसफर होकर आई थीं, जबकि अमरमणि 13 मार्च, 2012 को यहां आए थे। जेल जाने के बाद दोनों बीमार हो गए। उसके बाद 27 फरवरी, 2013 को अमरमणि को बीआरडी मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया। कुछ दिन बाद ही 13 मार्च, 2013 को मधुमणि भी मेडिकल कॉलेज में भर्ती हो गईं। तब से दोनों पति- पत्नी मेडिकल कॉलेज में ही इलाज करा रहे थे। कहा जा रहा है कि दस साल में सिर्फ 16 महीने ही दोनों लोग जेल में रहे हैं। हालांकि दोनों के इलाज के नाम पर आराम का मामला कई बार तूल पकड़ा।

मानसिक रूप से बीमार है अमरमणि
डॉक्टरों के अनुसार अमरमणि मानसिक रूप से बीमार हैं। रात में भयानक सपने आना और नींद न आने की भी दिक्कत है। उनका इलाज मानसिक रोग विभागाध्यक्ष डॉ. तपस कुमार आइच के देखरेख में चल रहा है। पूर्व मंत्री को हृदय संबंधी समस्या भी है। मानसिक रोग विभाग से सुपर स्पेशिलिटी ब्लाक के ह्रदय रोग विभाग में रेफरेंस भेजकर दिखवाया गया था। इसके अलावा दंत रोग और जनरल सजर्री में भी वह भर्ती हो चुके हैं। जांच में पता चला कि पूर्व मंत्री के दोनों पैरों में सूजन भी है।

वहीं, मधुमणि की कमर, घुटने में दर्द और गठिया की भी शिकायत थी। वर्तमान में सर्वाइकल की समस्या होने से न्यूरो सर्जरी विभाग में उपचार चल रहा है।

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