स्वास्थ्य विभाग सचिव को पत्र अपर मुख्य सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद की ओर से केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव के साथ-साथ सभी राज्यों के स्वास्थ्य विभाग के सचिवों को पत्र लिखकर आग्रह किया गया है कि उत्तर प्रदेश में विशेषज्ञ डॉक्टरों की भर्ती से संबंधित जानकारी अपने मेडिकल कॉलेज, डॉक्टर एसोसिएशन और इंडियन मेडिकल एसोसिएशन की राज्य इकाई को दें। ऐसा इसलिए ताकी ज्यादा से ज्यादा अभ्यर्थी आवेदन करें।
करीब पांच हजार पद खाली पीएमएस संवर्ग में एमबीबीएस डॉक्टर व विशेषज्ञ डॉक्टरों के कुल 18,700 पद हैं। इन पदों में से 50 प्रतिशत एमबीबीएस डॉक्टर व 50 प्रतिशत विशेषज्ञ डॉक्टरों के हैं। करीब 5000 पद खाली हैं। विशेषज्ञ डॉक्टरों की संख्या को बढाने के लिए रिक्त पदों को जल्द से जल्द भरने का प्रयास किया जा रहा है। इससे पहले दिसंबर 2020 में पीएमएस संवर्ग की नई सेवा नियमावली लागू की गई थी। इसके तहत विशेषज्ञ डॉक्टरों के पदों पर परास्नातक व डिप्लोमा पास अभ्यर्थियों को सीधे लेवल टू के मेडिकल ऑफिसर पद पर भर्ती का नियम लागू किया गया। विशेषज्ञ डॉक्टरों के पदों को भरने के लिए गृह जनपद में तैनाती का ऑफर है। यानी कि नए भर्ती होने वाले स्पेशलिस्ट डॉक्टरों के गृह जिले में अगर पद खाली हैं तो उन्हें प्राथमिकता के आधार पर तैनाती दी जाएगी।
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