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लखनऊ से अयोध्या के लिए रवाना हुई ‘रामेश्वरम से अयोध्या यात्रा’

राम नवमी पर अयोध्या में होगा अनुष्ठान

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लखनऊ

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Hariom Dwivedi

Apr 11, 2019

rameshwaram rath yatra

लखनऊ से अयोध्या के लिए रवाना हुई ‘रामेश्वरम से अयोध्या यात्रा’

ritesh singh

लखनऊ। रामराज्य रथ यात्रा गुरुवार को लखनऊ के गोमती नगर स्थित अयप्पा मंदिर पहुंची। वहां भक्तों ने श्रीरामदास मिशन के सहायक प्रभारी के.के.जनार्दन नाम्बियार की अगुआई में आरती पूजन किया। इसके बाद दल में शामिल लोगों ने पारंपरिक दक्षिण भारतीय भोजन किया। यहां से यह दल चिनहट के वेदांतपुरम, पपनामऊ, पोस्ट अनौराकला निकट इंदिरा नहर फैजाबाद रोड के वेदांत सत्संग आश्रम पहुंचा। वहां स्वामी ओंकरानन्द सरस्वती ने यात्रा का स्वागत किया। सत्संग के बाद रात्रि विश्राम किया। वहां से यह दल शुक्रवार को सुबह 9 नंदी ग्राम, अयोध्या के लिए यात्रा प्रस्थान करेगा। अयोध्या में शनिवार को रामनवमी पर वृहद कार्यक्रम होगा।

12 राज्यों से यात्रा कर उत्तर को दक्षिण से जोड़ा

यह यात्रा ठाणे की श्रीरामदास मिशन युनिर्सल सोसायटी की ओर से आयोजित की गई है। श्रीरामदास मिशन, लखनऊ के प्रभारी सहायक के.के.नाम्बियार ने बताया कि यह यात्रा 12 राज्यों से होकर गुजरी। इसमें नौ हजार किलोमीटर की यात्रा की जाएगी। यह यात्रा रामेश्वरम, तिरूचिरापल्ली, चेन्नई, हैदराबाद, नागपुर, पूणे, सूरत, अहमदाबाद, गांधी नगर, उदयपुर, पुष्कर, दिल्ली, मुरादाबाद, नैमिषारण्य होते हुए लखनऊ पहुंची। यह यात्रा स्वामी कृष्णानंद सरस्वती के मार्गदर्शन और शक्ति शांतानंद महर्षि के नेतृत्व में निकाली जा रही है। इस यात्रा में 40 से अधिक भक्तों का जत्था है। रथ को राम मंदिर आकार में ढाला गया है। सोने जैसी आभा वाले इस रथ में जनजागृति के लिए स्पीकर्स भी लगे हैं। महाशिवरात्रि से रामनवमी तक की यह यात्रा 41 दिनों में तय की जा रही है।

यह है पांच लक्ष्य

स्वामी कृष्णानंद सरस्वती ने चिनहट में हुए सत्संग में कहा कि उनकी यात्रा का लक्ष्य रामराज्य की स्थापना। भारतीय शिक्षा में रामायण को शामिल करवाना। अयोध्या में राम का भव्य मंदिर बनवाना। साप्ताहिक अवकाश गुरुवार करवाना। विश्व हिन्दू दिवस घोषित करवाना है। यह यात्रा 11 अप्रैल को नैमिषारण्य से गोमती नगर के अयप्पा के मंदिर पहुंची। वहां से यह यात्रा चिनहट के वेदांतपुरम - पपनामऊ, पोस्ट अनौराकला निकट इंदिरा नहर फैजाबाद रोड स्थित श्रीवेदांत सत्संग आश्रम गई। वेदांत सत्संग आश्रम के संयोजक स्वामी ओंकारानंद सरस्वती ने वहां रथयात्रा का स्वागत किया। वहां शक्तिशांतानंद महर्षि ने बताया कि चार चरणों वाली उनकी तीन वृहद रथयात्राएं और एक महायज्ञ के साथ साल 2021 में पूरी होंगी।