
कीचड़ और पानी के बीच व्यापारी अपने बकरों को लेकर ऊबड़-खाबड़ मैदान में पहुंचे, जहां खरीदारों का इंतजार करते व्यापारियों का दिन बीता।

बकरीद का त्योहार बुधवार को मनाया जाएगा और अब तक मंडी स्थल से पूरी तरह से पानी नहीं निकाला जा सका, जिस वजह से बड़ी संख्या में खरीदार मंडी का रुख करने के बजाए दुबग्गा के जॉगर्स पार्क में चल रही मंडी का रुख करने को मजबूर हैं।

इस्लामी महीने जिलहिज्ज की 10 तारीख को मनाया जाने वाला ईदुल अजहा (बकरीद) का त्योहार 22 अगस्त को मनाया जाएगा। बकरीद पर कुर्बानी के लिए राजधानी के ग्रामीण क्षेत्रों सहित आस-पास के जनपदों से बड़ी संख्या में व्यापारी बकरे, भेड़ें और दुम्बे लेकर लखनऊ पहुंचते हैं।

इस वर्ष हुई बरसात के बाद पिछले कई सालों से हुसैनाबाद के मेहदी घाट पर लगने वाली बकरा मंडी स्थल पर पानी भरा रहा, जिस वजह से व्यापारी इधर-उधर भटकने को मजबूर हुए। जिला प्रशासन और नगर निगम ने मंडी स्थल पर भरे पानी को निकलवाया,

जिसके बाद व्यापारियों ने मेहदी घाट पर निर्धारित बकरा मंडी का रुख किया। जगह-जगह फैली कीचड़ और पानी के बीच व्यापारी और खरीदार बकरे खरीदने को मजबूर हैं। वहीं दुबग्गा के जॉगर्स पार्क के पास पहली बार लगी मंडी में व्यापारियों का पहुंचना जारी रहा। कुर्बानी के सवाब में अधिक से अधिक लोगों को शामिल करने के लिए राजधानी के कई इलाकों में जानवरों की कुर्बानी में हिस्से की भी व्यवस्था है। आर्थिक रूप से सम्पन्न लोग हिस्सा लेकर कुर्बानी के सवाब में शामिल हो सकते हैं। शहर के कई स्थानों पर कुर्बानी में हिस्से की व्यवस्था की गयी है, जहां अपनी सुविधा के अनुसार 1500 रुपये से लेकर 2000 रुपये तक का हिस्सा लिया जा सकता है।