नोएडा, ग्रेटर नोएडा, यूपीएसआईडीसी सहित तमाम प्राधिकरणों में अभी कर्मचारियों की नियुक्ति के बाद स्वायत्तता के चलते उनके तबादले नहीं होते थे। इस कारण वे पूरी नौकरी वहीं काट देते थे, जिससे प्रशासनिक अराजकता बढ़ रही थी। पिछले विधानसभा चुनाव में नोएडा से भाजपा प्रत्याशी पंकज सिंह ने न सिर्फ यह मुद्दा उठाया था, बल्कि नोएडा के लोगों से वादा किया था कि भाजपा सरकार बनने पर प्राधिकरण में भ्रष्टाचार पर लगाम लगाने के लिए कर्मचारियों के तबादले होंगे। पंकज ने पिछले दिनों विधानसभा सत्र के दौरान भी यह मुद्दा उठाया था। इस पर मंगलवार को राज्य मंत्रिमंडल ने औद्योगिक विकास प्राधिकरणों की सेवाएं एकीकृत करने का फैसला लिया है। अब एक प्राधिकरण में तैनात कर्मचारी का तबादला दूसरे प्राधिकरण में किया जा सकेगा।