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सपा का राष्ट्रीय अधिवेशन : मायावती को PM कैंडिडेट बनाने के साथ ही गठबंधन का फॉर्मूला भी होगा फाइनल

बसपा का राष्ट्रीय अधिवेशन : मायावती को PM कैंडिडेट बनाने के साथ ही गठबंधन का फॉर्मूला भी होगा फाइनल

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लखनऊ

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Hariom Dwivedi

May 26, 2018

mayawati

सपा का राष्ट्रीय अधिवेशन : मायावती को PM कैंडिडेट बनाने के साथ ही गठबंधन का फॉर्मूला भी होगा फाइनल

लखनऊ. बहुजन समाज पार्टी का आज राष्ट्रीय अधिवेशन है। अधिवेशन की अध्यक्ष बसपा सुप्रमो मायावती करेंगी। राष्ट्रीय अधिवेशन के लिये देश भर से पार्टी के जिम्मेदार पदाधिकारी, कोऑर्डिनेटर और नेता बुलाए गए हैं। पार्टी मुख्यालय पर होने वाले राष्ट्रीय अधिवेशन में मायावती जहां लोकसभा चुनाव की रणनीतियों पर चर्चा करेंगी, वहीं भाजपा के खिलाफ पार्टी की रणनीति का भी ऐलान कर सकती हैं। आज ही राष्ट्रीय कार्यसमिति की बैठक भी प्रस्तावित है।

कार्यसमिति की बैठक के लिये मायावती ने पार्टी के सभी राष्ट्रीय पदाधिकारी व कार्यकारिणी सदस्य, सभी राज्यों के प्रदेश अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, मुख्य जोन इंचार्ज, जोन इंचार्ज, राज्यसभा सदस्य, सभी पूर्व और वर्तमान विधायक, विधान परिषद सदस्य, मंडल व जोन इंचार्ज, जिलाध्यक्ष तथा बहुजन वालंटियर फोर्स जैसे सभी संगठनों के जिम्मेदार लोग बुलाया है। बसपा का राष्ट्रीय अधिवेशन शनिवार को पार्टी मुख्यालय में शुरू होगा। सूत्रों की मानें तो इसमें मायावती को प्रधानमंत्री पद के दावेदार बनाये जाने समेत कई अहम प्रस्तावों पर मुहर लग सकती है।

गठबंधन की रूपरेखा पर भी फैसला
बसपा के राष्ट्रीय अधिवेशन में मायावती जहां आगामी लोकसभा चुनाव व पार्टी व कैराना उपचुनाव को लेकर जरूरी दिशा-निर्देश जारी करेंगी। साथ ही समाजवादी पार्टी के साथ कांग्रेस और रालोद इस गठबंधन का हिस्सा होंगे या नहीं, इसके भी संकेत जारी करेंगी। गौरतलब है कैराना व नूरपुर उपचुनाव को लेकर बसपा ने अभी अपना रुख स्पष्ट नहीं किया है।

बंगले के मामले को मुद्दा बना सकती हैं मायावती
सूत्रों का यह भी कहना है कि बसपा के राष्ट्रीय अधिवेश में मायावती का सरकारी बंगला खाली करने को लेकर भी रणनीति बन सकती है। गौरतलब है कि वह पहले ही अपने सरकारी आवास (13-ए माल एवेन्यू) को कांशीराम यादगार विश्राम स्थल करार दे चुकी हैं ऐसे में वह काडर को इसके प्रति आगाह कर सकती हैं। सूत्रों की मानें तो अगर योगी आदित्यनाथ सरकार ने इस भवन की मौजूदा स्थिति से छेड़छाड़ की तो मायावती इसे मुद्दा बनाने से नहीं चूकेंगी।