इस तरह काम करेगा एप नेट एप पर मतदाता का नाम, पिता का नाम और पता दर्ज करते ही उसका नाम प्रदेश या देश के किसी अन्य शहर या जिले की मतदाता सूची में होने पर सामने आ जाएगा। यह जानकारी उप जिला निर्वाचन अधिकारी एसपी गुप्ता ने दी। उन्होंने बताया कि आयोग के निर्देश अनुसार विधानसभा चुनाव के लिए मतदाता सूचियों को डुप्लिकेट वोटर विहीन बनाया जाना है। इसमें किसी भी स्तर की लापरवाही करने वाले अधिकारी को बख्शा नहीं जाएगा।
लापरवाही पर होगी कार्रवाई निर्वाचन आयोग द्वारा पुनरीक्षण अभियान से अपग्रेड होने के बाद तैयार हुई फीडिंग सूची को अलग से बनाए गए नेट एप सिस्टम युक्त सॉफ्टवेयर में लोड कर अंतिम प्रकाशन सूची तैयार होगी। स्तयापन के दौरन वोटर जिस विधानसभा क्षेत्र में निवास करता मिला, उसका नाम वहीं की वोटर लिस्ट में दर्ज कर दूसरी जगह की सूची से हटा दिया जाएगा। इसके बाद भी अगर किसी वोटर का नाम एक से अधिक विधानसभा की वोटर लिस्ट में पाया जाता है, तो उस वोटर से साथ ही सत्यापन कार्ड से जुड़े बीएलओ के खिलाफ कार्रवाई होगी।