
प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने रियल स्टेट कंपनी अंसल ग्रुप (Ansal Group) के खिलाफ अपनी जांच तेज कर दी है। इसी कड़ी मेंं ईडी ने प्रिवेंशन ऑफ मनी लांड्रिंग एक्ट (Prevention of Money Laundering Act) के तहत मुकदमा दर्ज करते हुए लखनऊ पुलिस कमिश्नरेट को पत्र लिखकर अंसल के खिलाफ अब तक दर्ज किए गये सभी मुकदमों की जानकारी मांगी है। गौरतलब है कि अंसल ग्रुप के खिलाफ लखनऊ में अब तक तीन से ज्यादा मामले दर्ज हो चुके हैं। इनमें से अधिकतर मुकदमे लुभावनी स्कीम के जरिए प्लॉट में निवेश करने और बाद में धोखाधड़ी करने से संबंधित हैं। इसी मामले में लखनऊ पुलिस ने अंसल ग्रुप के मालिक सुशील अंसल के पुत्र प्रणव अंसल के खिलाफ लुकआउट नोटिस भी जारी किया था। इतना ही नहीं सितंबर 2019 में पुलिस ने उसे लंदन जाने के दौरान दिल्ली के इंदिरा गांधी एयरपोर्ट से गिरफ्तार भी किया था।
अंसल ग्रुप की फोरेंसिक ऑडिट रिपोर्ट भी मांग
बता दें कि ईडी ने लखनऊ पुलिस से पत्र लिखकर अपील की है कि अंसल ग्रुप के खिलाफ दर्ज सभी मुकदमों की जांच के बाद अदालत में दाखिल की गयी चार्जशीट को उपलब्ध कराया जाए। खबरों की मानें तो लखनऊ पुलिस के अलावा ईडी ने रियल एस्टेट रेगुलेटरी अथॉरिटी (रेरा) और लखनऊ विकास प्राधिकरण को भी पत्र लिखकर अंसल ग्रुप की अनियमितताओं के बारे में पूरी जानकारी देने की बात कही है। इसके अलावा ईडी ने रेरा की तरफ से कराई गई अंसल ग्रुप की फोरेंसिक ऑडिट रिपोर्ट भी मांग की है। एलडीए से अंसल ग्रुप की योजनाओं, उसके निवेशकों और ग्रुप हाउसिंग की योजनाओं को स्वीकृति देने वाले अधिकारियों की फेहरिस्त तलब की है।
लखनऊ में अंसल ग्रुप के खिलाफ कई मुकदमे दर्ज
गौरतलब है कि अंसल ग्रुप के प्रोजेक्ट्स में रियल एस्टेट के कई बड़े प्लेयर्स ने भी निवेश किया था। एमओयू करने के बाद अंसल ग्रुप ने अपना वादा नहीं निभाया जिसकी वजह से कई निवेशकों के साथ विवाद शु डिग्री हो गया। इसी तरह अंसल हाउसिंग में अपना आशियाना बनाने की चाहत में निवेश करने वाले आम लोगों के साथ भी धोखाधड़ी की गयी थी जिसके बाद लखनऊ में कई मुकदमे भी दर्ज किए गये थे। इसके अलावा यूपी और देश के कई अन्य शहरों में भी अंसल ग्रुप के खिलाफ धोखाधड़ी के मुकदमे दर्ज किए गए थे। इनमें से ज्यादातर मुकदमे बिना जमीन खरीदे लोगों को प्लॉट बेचने से संबंधित हैं।
Published on:
25 Jun 2022 08:56 am
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