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Electricity Bill : बिजली उपभोक्ताओं को झटका! 10 फीसदी तक बढ़ सकता है बिजली का बिल

Electricity Bill may Increase in UP- रेगुलेटरी सरचार्ज के नाम पर बिल बढ़ाने की तैयारी में बिजली कंपनियां, उत्तर प्रदेश राज्य विद्युत उपभोक्ता परिषद ने किया विरोध

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लखनऊ

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Hariom Dwivedi

May 15, 2021

Electricity Bill may Increase in UP

राज्य विद्युत उपभोक्ता परिषद के अध्यक्ष अवधेश वर्मा ने कहा कि बिजली कंपनियां और सरकार आपदा में अवसर तलाशने में जुटी हैं।

पत्रिका न्यूज नेटवर्क
लखनऊ. Electricity Bill may Increase in UP. उत्तर प्रदेश में बिजली उपभोक्ताओं (Electricity Customers) को जोर का झटका लग सकता है। बिजली विभाग रेगुलेटरी सरचार्ज बढ़ाने की तैयारी में है। यूपी पॉवर कॉरपोरेशन (यूपीपीसीएल) ने राज्य विद्युत नियामक आयोग (State Electricity Regulatory Commission) को प्रस्ताव भेजकर रेग्युलेटरी सरचार्ज बढ़ाने की मांग की है। मामले में नियामक आयोग 17 मई को सुनवाई करेगा। उत्तर प्रदेश राज्य विद्युत उपभोक्ता परिषद ने यूपीपीसीएल के प्रस्ताव का विरोध करते हुए कहा कि रेग्युलेटर चार्ज बढ़ाने से बिजली बिल (Electricity Bill) में करीब 10 फीसदी का इजाफा हो जाएगा।

राज्य विद्युत उपभोक्ता परिषद (UP State Electricity Consumers Council) के अध्यक्ष अवधेश वर्मा ने कहा कि बिजली कंपनियां और सरकार आपदा में अवसर तलाशने में जुटी हैं। अब वह बिजली दर की जगह रेगुलेटरी चार्ज के नाम पर बिजली का बिल बढ़ाने की तैयारी में हैं। उन्होंने रेगुलेटरी सरचार्ज से बिजली उपभोक्ताओं पर बोझ बढ़ जाएगा। अवधेश वर्मा ने नियामक आयोग में याचिका दाखिल कर बिजली दरों में कमी करने या फिर रेगुलेटरी लाभ देने की मांग उठाई है।

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बिजली कंपनियों का षड़यंत्र
UP State Electricity Consumers Council के अवधेश वर्मा ने कहा कि कहा कि वर्ष 2017-18 में नियामक आयोग ने प्रदेश के विद्युत उपभोक्ताओं का उदय व ट्रूप में 13337 करोड़ निकाला था, जिसका लाभ उपभोक्ताओं को देने की बात कही गई थी। अब यह बढ़कर 19537 करोड़ हो गया है। लेकिन, उपभोक्ताओं को इसका लाभ न देना पड़े, इसके लिए बिजली कम्पनियों ने षड़यंत्र करते हुए नियामक आयोग में एक प्रस्ताव दाखिल कर सरकार के एक पुराने पत्र का हवाला दिया गया है। कहा गया है कि उदय व ट्रूप का समायोजन पर जो निर्णय आयोग ने पूर्व में दिया है, वह ठीक नहीं है। आयोग उस पर पुनर्विचार करे।

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