संगठन में होने वाले बदलावों की कवायद शुरू हो गई है। यूपी में बदलाव का फार्मूला तय कराने प्रदेश भाजपा अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी और प्रदेश महामंत्री संगठन धर्मपाल सिंह गुरुवार को दिल्ली पहुंचे।
भूपेंद्र सिंह चौधरी ने वरिष्ठ नेताओं के साथ मंथन किया। भाजपा में इसी महीने पार्टी संगठन में तमाम चेहरे बदल जाएंगे। दूसरी ओर बूथ से लेकर जिला, क्षेत्र और प्रदेश स्तर तक होने वाले बदलावों के लिए पार्टी नेताओं ने फील्डिंग सजाने का सिलसिला तेज कर दिया है।
मिशन 2024 की तैयारी शुरू
भगवा खेमे ने सरकार और संगठन दोनों मोर्चों पर मिशन-2024 की तैयारी शुरू कर दी है। पार्टी के विश्वस्त सूत्रों की मानें तो इसी महीने संगठन के पुर्नगठन का काम पूरा कर लिया जाएगा। संगठन में बदलाव का खाका तय करने के लिए राष्ट्रीय महामंत्री संगठन बीएल संतोष बातचीत हुई।
नई टीम में बने रहने के लिए कर रहे जद्दोजहद
नई टीम में बने रहने और जगह बनाने के लिए भी जद्दोजहद की जा रही है। कुछ मौजूदा पदाधिकारी प्रमोशन चाहते हैं। सबसे ज्यादा कश्मकश प्रदेश महामंत्री पद को लेकर है।
मौजूदा महामंत्रियों में से कई का बदलना लगभग तय माना जा रहा है। 2 प्रदेश उपाध्यक्ष अब महामंत्री बनने की दौड़ में शामिल हैं। इनमें से एक के लिए प्रदेश सरकार के दो कद्दावर चेहरे फील्डिंग सजा रहे हैं। पहले इन्हीं उपाध्यक्ष को MLC बनवाने का भी प्रयास किया था। इनकी इच्छा अब सरकार का हिस्सा बन चुके जेपीएस राठौर का स्थान पाने की है। प्रदेश उपाध्यक्ष एके शर्मा भी मंत्री होने के नाते अब संगठन का हिस्सा नहीं रहेंगे।
अधिकांश क्षेत्रीय अध्यक्ष बदलेंगे भाजपा ने सांगठनिक दृष्टि से प्रदेश को छह क्षेत्रों में बांट रखा है। शेषनारायण मिश्र के निधन के बाद से अवध क्षेत्र के अध्यक्ष का पद खाली चल रहा है।
कानपुर-बुंदेलखंड क्षेत्र के क्षेत्रीय अध्यक्ष मानवेंद्र सिंह, काशी क्षेत्र के अध्यक्ष महेश श्रीवास्तव और ब्रज क्षेत्र के अध्यक्ष रजनीकांत माहेश्वरी काफी समय से अध्यक्ष हैं। यहां भी बदलाव होना है। गोरखपुर के क्षेत्रीय अध्यक्ष धर्मेंद्र सिंह सैंथवार का भी यह दूसरा कार्यकाल है। मुजफ्फर नगर में खतौली की हार के बाद पश्चिम क्षेत्र के अध्यक्ष मोहित बेनीवाल भी सेफ जोन में नहीं हैं। वहीं तीन दर्जन से अधिक जिलाध्यक्षों के भी बदले जाने की संभावना है।