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हनुमान मंदिर का पुजारी और महंत का गनर दो साल के भीतर बन गए करोड़पति, हर मंगलवार बोरी भरकर मिलता था दान

महंत नरेंद्र गिरि की मौत के मामले की जांच कर रही एसआइटी को पता चला है कि मंदिर के चढ़ावे में खूब हेरफेर किया जाता था। हनुमान मंदिर का चढ़ावा हर मंगलवार बाघंबरी मठ जाता था। मंदिर का पुजारी आद्या प्रसाद की सैलरी 10 हजार है लेकिन वह कोठी और लग्जरी कार का मालिक हैं। इसी तरह महंत का गनर अभिषेक भी करोड़पति है।

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mahant narendra giri death mystery

mahant narendra giri death mystery प्रयागराज. मंहत नरेंद्र गिरि की मौत के मामले की जांच कर रही एसआइटी ने खुलासा किया है कि बाघंबरी मठ और हनुमान मंदिर के चढ़ावे में बहुत हेरफेर होता था। भक्तों के दान में महंत नरेंद्र गिरि के साथ रहने वाला गनर अभिषेक मिश्रा और हनुमान मंदिर का मुख्य पुजारी आद्या प्रसाद तिवारी भारी हेरफेर करते थे। पुजारी की सैलेरी महज 10 हजार रुपए प्रतिमाह थी। लेकिन, वह करोड़पति है। मठ और मंदिर की संपत्ति में करोड़ों का हेरफेर करके महंत का गनर अभिषेक भी दो साल में करोड़पति बन गया।

महंत नरेंद्र गिरी आत्महत्या मामले में एसआइटी की टीम आनंद गिरी, आद्या प्रसाद तिवारी और संदीप तिवारी की आमदनी और प्रॉपर्टी के कागजात खंगाल रही है। बड़े हनुमान मंदिर के मुख्य पुजारी आद्या प्रसाद तिवारी की सैलेरी महज 10 हजार रुपए प्रति माह थी। लेकिन, उसका नैनी के शिव नगर में 3 बिस्सा की जमीन पर आलीशान मकान है। पुस्तैनी मकान को उसने ठीक करवाया है। नैनी के आलीशान मकान की कीमत करोड़ों में है।

चढ़ावे की राशि को लेकर नाराज थे महंत
महंत नरेंद्र गिरी ने सुसाइड नोट में आद्या प्रसाद तिवारी और उनके बेटे का नाम लिखा है। बड़े हनुमान मंदिर के चढ़ावा को लेकर महंत नाराज थे। दान में हेरफेर की वजह से डेढ़ महीने पहले ही नरेंद्र गिरि ने आद्या तिवारी को हनुमान मंदिर से निकल जाने को कहा था। आद्या प्रसाद तिवारी की बहू ममता तिवारी ने बताया है कि उनके ससुर की सैलरी10 हजार रुपए प्रति माह थी।

पुजारी ने किए बड़े खुलासे
प्रयागराज के बड़े हनुमान मंदिर के पुजारी कृष्ण गिरि उर्फ पहाड़ी बाबा के अनुसार आद्या तिवारी मंदिर के चढ़ावे में हेरफेर करते थे। आद्या प्रसाद तिवारी और उनका बेटा संदीप तिवारी जेल में हैं। पुजारी कृष्ण गिरि ने हनुमान मंदिर का पूरी तरह से नियंत्रण आद्या तिवारी के परिवार के पास है। आद्या तिवारी और संदीप तिवारी पहले बहुत गरीब थे। मंदिर से जुडऩे के बाद दोनों ने खूब पैसा कमाया। पुजारी कृष्ण गिरि के अनुसार हर मंगलवार को हनुमान मंदिर का दानपात्र खुलता था। जिसके बाद नोटों को बड़ी-बड़ी बोरियों में भरकर बाघम्भरी गद्दी ले जाया जाता था। आद्या तिवारी का बड़ा बेटा बबलू तिवारी अब भी बड़े हनुमान मंदिर में काम कर रहा है।

गनर अभिषेक के पास लग्जरी कारें
एसआइटी के अनुसार महंत नरेंद्र गिरि के गनर अभिषेक मिश्रा के पास लग्जरी कारें और करोड़ों के बंगले हैं। यह जौनपुर के खुटहन थाना क्षेत्र के विशुनपुर गांव का रहने वाला है। अभिषेक के पिता पशु आहार की दुकान चलाते हैं। जबकि, अभिषेक मिश्रा ने 50 से 60 करोड़ की संपत्ति बना ली है। अभिषेक की शादी में नरेंद्र गिरी खुद आशीर्वाद देने पहुंचे थे।