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रेलवे स्टेशन पर लगेगी चेहरा पढने की मशीन, ३ स्टेप सेक्योरिटी प्लान से अभेद्य किला बनेगा लखनऊ

उत्तर प्रदेश में राजधानी लखनऊ रेलवे स्टेशन के दोनों भाग यानी चारबाग और लखनऊ जंक्शन दोनों को ही जल्द ही नॅशनल लेवल का सेक्योरिटी सिस्टम मिलने जा रहा है. आरपीएफ की ओर से रेलवे बोर्ड को ये प्रस्ताव भेजा गया है.

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लखनऊ

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Dinesh Mishra

Nov 19, 2021

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पत्रिका न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ. उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में आने वाले दो बड़े रेलवे स्टेशन जिसमें चारबाग रेलवे स्टेशन (बड़ी लाइन) और लखनऊ जंक्शन (छोटी लाइन) की सुरक्षा और उसके मैनेजमेंट को हाईटेक बनाया जा रहा है. जल्द ही दिल्ली की तर्ज पर यहाँ भी सेक्योरिटी देखने को मिलेगी. आरपीएफ महानिदेशक संजय चंदर ने रेलवे बोर्ड को एक बड़ा सेक्योरिटी प्लान बनाकर भेजा है.

इंटीग्रेटेड सिक्योरिटी सिस्टम से पॉवर फुल होगा लखनऊ रेलवे स्टेशन
आरपीएफ के इस प्रस्ताव में सेक्योरिटी व्यवस्था को पुख्ता करने की योजना बनाई गई है. हाईटेक इंटीग्रेटेड सिक्योरिटी सिस्टम को अपग्रेड किया जाएगा। जिसमें तीन प्रकार की मशीने लगाईं जाएंगी. पहली सामान को स्कैन करेंगी. दूसरी से मेटल डिटेक्ट होगा. फिर तीसरी मशीन फेस को रीड करके उसका डाटा बेस तैयार करेगी. ये सब सेन्ट्रल सेक्योरिटी सिस्टम से जोड़कर निगरानी की जाएगी.

एक दर्जन से ज्यादा मशीनों, CCTV के आर्डर और बजट पर बात
सेक्योरिटी सिस्टम सेन्ट्रल करते हुए इन तीन तरीकों से मोनिटरिंग की जाएगी. जिनमें मेटल डिटेक्टर मशीन, फेस रिकग्निशन सिस्टम, और बड़े स्कैन मशीनें शामिल हैं. इनमें पहले से लगे हुए मेटल डोर डिटेक्टरों, और बड़े स्कैन मशीनों की संख्या बढाने पर जोर दिया गया है. जिन्हें सभी इंट्री और एग्जिट पॉइंट पर लगाने का प्रस्ताव है. इसके अलावा 2 दर्जन से ज्यादा और ऐसी जगहों को भी सीसीटीवी की निगरानी में शामिल करने के लिए भी प्रस्ताव में कहा गया है.

ट्रैक के किनारे बैरिकेडिंग सीसीटीवी और हाईमास्क लाईट की योजना
वर्तमान में एक बड़ी समस्या ट्रैक पर जानवरों के बैठ जाने की भी है. जिसको लेकर भी ट्रैक के दोनों साइड बैरीकेडिंग का प्रस्ताव भी भेजा गया है. जिससे बड़े आकर का कोई भी जानकारी जिसमें गाय, बैल, भैंस, बकरी, कुत्ता जैसा कोई प्राणी ट्रैक पर एंट्री न कर सके. साथ ही एक किलों मीटर तक ट्रैक की निगरानी के लिए भी सीसीटीवी और कैमरे लगाने का प्रस्ताव भेजा गया है.

हालाँकि इस सिस्टम पर आने वाले खर्च का प्रस्ताव भी रेलवे बोर्ड को भेजा गया है. जिससे इसके कैलकुलेशन और उसको वर्तमान बजट से रिप्लेस कैसे किया जा सकता है. इसकी भी जानकारी दी गई है.

अभी तक लखनऊ जंक्शन पर लगेज स्कैनर और कंट्रोल रूम बनाया गया था। यहां से सीसीटीवी कैमरों की मदद से पूरे स्टेशन पर नजर रखी जाती थी, लेकिन स्कैनरों में खराबी पैदा हो गई। इसके बाद अब हाईटेक इंटीग्रेटेड सिक्योरिटी सिस्टम को अपग्रेड करने का खाका तैयार किया गया है।

अगर रेलवे बोर्ड इस प्रस्ताव को मंजूरी दे देता है तो निश्चित तौर पर नई दिल्ली और मुंबई के बाद देश का तीसरा सबसे सेक्योर्ड रेलवे स्टेशन लखनऊ ही होगा. वहीं फेस स्कैनर या फेस रिकाग्निषर लगने वाला देश आ ये पहला रेलवे स्टेशन होगा. ऐसे में किसी कोई भी लखनऊ स्टेशन पर बुरी नज़र डालने से पहले हज़ार बार सोचना होगा. या यूँ कहें कि राजधानी लखनऊ रेलवे स्टेशन अभेद्य किले में बदल जाएगी.