
लखनऊ. कानपुर कमिश्नर के पद पर तैनात एडीजी असीम अरुण ने आईपीएस की सेवा से वीआरएस ले लिया है। खबरें आ रही हैं कि पूर्व आईपीएस असीम अरुण बीजेपी ज्वाइन करेंगे। भाजपा असीम अरुण को कन्नौज विधानसभा सीटे से अपना उम्मीदवार बनाने जा रही है। इन्फोर्समेंट डायरेक्टर ईडी में तैनात लखनऊ जोन के डायरेक्टर पीपीएस अधिकारी राजेश्वर सिंह ने भी वीआरएस के लिए आवेदन किया है। खबरें आ रही है कि पीपीए राजेश्वर सिंह भी भाजपा से टिकट से चुनाव लड़ सकते हैं। राजेश्वर पिछले लंबे समय से ईटी में लखनऊ जोन के डायरेक्टर के महत्वपूर्ण पद पर तैनात थे। अपने कार्यकाल के दौरा राजेश्वर सिंह ने कई बड़ी कार्रवाहियां की हैं।
यूपी में काफी लोकप्रिय हैं आईपीएस असीम अरुण
असीम अरुण यूपी कैटर के शानदार व लोकप्रिय आइपीएस अधिकारी है वर्तमान में ये कानपुर कमिश्नर के पद पर कार्यरत थे। इससे पहले असीम अरुण एडीजी डायल 112 की जिम्मेदारी संभाव रहे थे। कोरोना महामारी के दौरान एडीजी डायल 112 के तौर पर असीम अरुण ने शानदार काम किया था। इनके मैनेजमेंट को लेकर पूरे प्रदेश में इनकी व डायल 112 में कार्यरथ कर्मचारियों की प्रशंसा हुई थी। डायल 112 से पहले असीम अरुण एटीएस के चीफ के तौर पर भी काम कर चुके हैं।
असीम अरुण के पिता भी थे आईपीएस
यूपी के शानदार पुलिस ऑफिसर में शामिल असीम अरुण का जन्म 3 अक्टूबर 1970 को उत्तर प्रदेश के बदायू जिले में हुआ था। असीम अरुण के पिता अरुण भी एक आईपीएस अधिकारी थे। असीम अरुण की माता जी शशि अरुण एक जानीमानी लेखिका और समाज सेविका हैं। असीम का लखनऊ से गहरा नाता है। असीम अरुण की प्रारंभिक शिक्षा लखनऊ के सेंट फ्रांसिस स्कूल में हुई है जिसके बाद असीम अरुण उच्च शिक्षा के लिए दिल्ली चले गए। 90 के दशक में असीम अरुण आईपीएस की सेवा में आए। आईपीएस अरुण 1994 बैच के आईपीएस है। असीम अरुण को अपने बैच के सबसे होनहार अफसर के तौर पर जाना जाता है। आईपीएस की सेवा में आने के बाद असीम अरुण कई जिलों के कप्तान के तौर पर तैनात रहे हैं। जिसके बाद वो छुट्टी लेकर विदेश शिक्षा के लिए चले गए। विदेश से वापस आने पर असीम अरुण ने दोबारा से पुलिस सेवा ज्वाइन की ओर एटीएस में सेवाएं दी।
Updated on:
09 Jan 2022 09:50 am
Published on:
08 Jan 2022 07:36 pm
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