क्यों रोका गया है किसान सम्मान निधि का पैसा, कितने लोगों की डिटेल्स सही उत्तर प्रदेश में किसान सम्मान निधि की 12वीं क़िस्त अभी तक किसानों के खाते में नहीं आई है। इसके पीछे सबसे बड़ा कारण किसानों के नाम पर खोले गए फर्जी अकाउंट हैं, जहां सरकारी पैसा आता है लेकिन उसे किसान नहीं ले पा रहे हैं जबकि फर्जी अकाउंट के ज़रिए कई हज़ार की संख्या में टैक्स पेयर्स इसका लाभ ले रहे हैं। सरकार ने इसी फर्जीवाड़े को रोकने के लिए ही अभी तक सम्मान निधि के पैसे को रोके रखा है।
क्योंकि पोर्टल पर उन किसानों का आधार नंबर और भूलेख डाटा गलत दर्ज है।
यूपी के कृषि मंत्री ने जारी किया वसूली का फरमान
यूपी में कृषि विभाग के मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि, लाखों की संख्या में फर्जी अकाउंट होल्डर्स ऐसे हैं जो सरकारी नौकरी कर रहे हैं, जो इनकम टैक्स भरते हैं, कई अकाउंट में तो एक ही परिवार के दो-दो लाभार्थी हैं। भूलेख संख्या, आधार संख्या जैसे कई महत्वपूर्ण दस्तावेज़ मैच नहीं हो रहे हैं। जिसकी वजह से इन संदिग्ध लोगों की पहचान कराई जा अरही है,। जैसे ही ये स्पष्ट हो जाएगा। किसान सम्मान निधि भेज दी जाएगी। जबकि ऐसे सभी फेक लोगों से भेजे गए पैसे की रिकवरी भी होगी।
Fake Account of Kisan Samman Nidhi 22 हजार रुपए की वसूली
कृषि मंत्री शाही ने बताया, यूपी में लाभार्थी किसानों की संख्या 2.85 करोड़ है। इनमें कुल 21 लाख किसान अपात्र पाए गए हैं। इनमें से कई को नोटिस भेजा गया है। बकियों को नोटिस भेजने की प्रकिया जारी है। हर अपात्र व्यक्ति से 11 किस्तों में भेजे गए 22 हजार रुपए की वसूली की जाएगी।