
Know About These Rules Relating to Middle Birth of Train
लखनऊ. Know About These Rules Relating to Middle Birth of Train. अक्सर ट्रेन में लोग अपनी पसंद अनुसार सीट का चुनाव टिकट लेते हुए करते हैं। कई लोगों को अपर बर्थ पसंद होती है तो कुछ को मिडिल या लोअर बर्थ पर बैठना अच्छा लगता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि मिडिल बर्थ पर बैठने वालों के लिए अलग नियम हैं जो कि लोअर या ऊपर की बर्थ पर बैठने वालों के लिए नहीं हैं। अगर इन नियमों के आधार पर कोई शिकायत करे तो संबंधित व्यक्ति पर कार्रवाई हो सकती है। अगर आप भी ट्रेनों में खूब सफर करते हैं, तो आपको रेलवे से जुड़े कुछ नियमों की जानकारी होना अति आवश्यक है, जिसमें मिडिल बर्थ को लेकर जानकारी भी शामिल है। दरअसल, मिडिल बर्थ के लिए अलग नियम होते हैं और आपको इस नियम के बारे में जरूर जानकारी होनी चाहिए, वरना परेशानी हो सकती है।
जानें यह नियम
भारतीय रेलवे ने मिडिल बर्थ के लिए जो नियम तय किए हैं, उसके मुताबिक अगर आपकी मिडिल बर्थ है तो आप 24 घंटे इसका इस्तेमाल नहीं कर सकते हैं, जैसा अपर बर्थ वाले करते हैं। अपर बर्थ वालों के लिए ये फायदेमंद होता है कि वो कभी भी ऊपर वाली सीट पर जाकर आराम कर सकते हैं, जबकि मिडिल बर्थ वालों के साथ ऐसा नहीं है। रेलवे के नियमों के मुताबिक, आप सिर्फ रात में सोने के लिए ही मिडिल बर्थ का इस्तेमाल कर सकते हैं। इसके अलावा आपको अपनी बर्थ बंद ही रखनी होगी। मिडिल बर्थ के इस्तेमाल का समय रात 10 बजे से लेकर सुबह छह बजे तक होता है। रात के 10 बजे से पहले अगर कोई व्यक्ति सोने के लिए मिडिल बर्थ का इस्तेमाल करना चाहे, तो नियम के मुताबिक उसे ऐसा करने से रोका जा सकता है।
छह बजे के बाद बंद करनी होती है बर्थ
नियम अनुसार सुबह छह बजे के बाद मिडिल बर्थ वाले अपनी बर्थ अगर बंद कर नीचे आकर बैठना चाहते हैं तो उन्हें मना नहीं किया जा सकता। अगर सुबह के छह बज गए तो मिडिल बर्थ वालों को अपनी सीट नीचे करनी होगी, ताकि अन्य यात्रियों को लोअर बर्थ पर बैठने में दिक्कत न हो, क्योंकि अगर मिडिल बर्थ ऊपर रहेगी, तो जाहिर है आप सही से बैठ नहीं पाएंगे।
Published on:
22 Sept 2021 12:06 am
बड़ी खबरें
View Allलखनऊ
उत्तर प्रदेश
ट्रेंडिंग
