उन्होंने कहा कि यह पूरी शिकायत मात्र कपोल-कल्पनाओं पर आधारित हैं। जिसमें बिना किसी भी साक्ष्य के स्वयं ही अमिताभ ठाकुर ने अपनी पत्नी और माँ के नाम काले धन से प्रॉपर्टी खरीदी, संस्था बना कर काला धन सफ़ेद किया, महिलाओं को नौकरी के नाम पर यौन-शोषण करते हैं, याचिका ट्रेडर जैसे स्व-घोषित निष्कर्ष निकाल लिए गए। जबकि सत्यता यह है कि उनकी पत्नी विवाह के समय से ही अपना स्वतंत्र कार्य कर रही हैं और उनके माँ-पिता बोकारो स्टील प्लांट की नौकरी में थे और करीब चालीस साल से आयकर दाता हैं और अन्य आरोप भी पूरी तरह गलत हैं।