
लखनऊ के हजरतगंज में अलाया अपार्टमेंट हादसे में आरोपी यजदान बिल्डर्स के मालिक फहद का एक वीडियो सामने आया है। वीडियो में यजदान बिल्डर्स ने हादसे में जान गंवाने वाले अब्बास हैदर के परिजनों के प्रति अफसोस किया है। साथ ही इस मामले में यजदान बिल्डर्स को बदनाम करने का आरोप लगाया है। उन्होंने इस सबका जिम्मेदार सपा विधायक को कहा है।
24 जनवरी को लखनऊ के हजरतगंज के अलाया अपार्टमेंट गिरा गया था। हादसे में समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता अब्बास हैदर की मां बेगम हैदर और उनकी पत्नी पत्नी उजमा की मौत हो गई थी। उन्नाव की एक शिक्षिका शबाना की भी मौत हो गई।
मामले में फहद यजदानी भी नामजद हैं। वो इस समय फरार चल रहे हैं। पुलिस अब तक इस मामले में सपा नेता शाहिद मंजूर के बेटे और भतीजे को अरेस्ट कर चुकी है।
अधिकारी भ्रमित करने की साजिश कर रहे: फहद
फहद यजदानी ने 2 मिनट 50 सेकेंड के इस वीडियो में खुद को बेकसूर बताया है। वीडियो में फहद यजदानी कह रहे हैं कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को आला अधिकारी भ्रमित करने की साजिश कर रहे हैं। इस बिल्डिंग से यजदान बिल्डर का कोई लेना देना कभी नहीं रहा है।
फहद ने अफसरों से की गुजारिश
फहद यजदानी ने कहा कि पार्किंग में कैमरे लगे थे। मेरी सभी अफसरों से गुजारिश है। वह मलबे से कैमरे निकाल कर देखें कि उस बिल्डिंग में ड्रिलिंग का जो काम हो रहा था। वह काम खुद सपा विधायक शाहिद मंजूर खड़े होकर करवा रहे थे।
इसको लेकर बिल्डिंग में रहने वाले लोगों से शाहिद मंजूर की तीखी नोकझोंक और बहस भी हुई थी। लोगों ने रोका लेकिन शाहिद मंजूर ने खुदाई के काम को नहीं रोका। अपने आप को बचाने के लिए इसकी सारी जिम्मेदारी मेरे ऊपर डाली जा रही है। मेरा इस बिल्डिंग से कभी कोई लेना-देना नहीं रहा है।
मैं खुद जेल जाने को तैयार हूं- फहद यजदानी
फहद यजदानी ने आगे कहा कि यह बिल्डिंग 2009 और 2010 में बन रही थी। मैंने सिर्फ शाहिद मंजूर के कहने पर 3 फ्लैट इस बिल्डिंग के बिकवाए थे। इसका कमीशन मुझे मिला था। बाकी मेरा कोई मतलब नहीं था। इससे अलग किसी तरह का एग्रीमेंट फहद यजदानी के नाम होगा तो मैं खुद जेल जाने को तैयार हूं। यह बिल्डिंग 2010 और 2011 में बनी थी, जबकि यजदान बिल्डर की फर्म 2012- 13 में बनी है। फहद यजदानी की बिल्डिंग प्राग नारायण रोड पर थी जिसे एलडीए ने तोड़ दिया हमें कोई परेशानी नहीं हुई।
उन्होंने इसके आगे कहा कि मेरी सभी अफसरों से गुजारिश है कि इस मामले की निष्पक्ष जांच कराएं। हफ्ते 10 दिन में कोर्ट से राहत मिलती है तो ठीक है। वरना मैं खुद सरेंडर कर दूंगा। वीडियो में फहद यजदानी घटनास्थल पर गए उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक, नगर विकास मंत्री एके शर्मा, डीजीपी समेत तमाम अधिकारियों का नाम ले रहे हैं।
Updated on:
28 Jan 2023 02:54 pm
Published on:
28 Jan 2023 12:59 pm
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