8 दिसंबर 2025,

सोमवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

UP Budget 2023: मायावती बोलीं- ये बजट ऊंट के मुंह में जीरा, रोजगार-युक्त बजट चाहिए

UP Budget 2023 पर BSP प्रमुख Mayawati ने Yogi सरकार के बजट पर कहा है कि कर्ज में डूबी यूपी को भ्रमकारी नहीं रोजगार-युक्त बजट चाहिए।

2 min read
Google source verification

लखनऊ

image

Adarsh Shivam

Feb 22, 2023

mayawati comment on up budget

BSP प्रमुख Mayawati

Uttar Pradesh विधानसभा में बुधवार को राज्य का बजट पेश हुआ है। वित्त मंत्री Suresh Khanna ने राज्य सरकार का बजट पेश किया। इसके बाद बजट पर विपक्षी नेताओं की प्रतिक्रिया आ रही है। BSP यानि बहुजन समाज पार्टी की सुप्रीमो Mayawati ने भी इस बजट पर प्रतिक्रिया दी है।

रोजगार-युक्त बजट चाहिए- मायावती
ट्वीट कर मायावती ने लिखा, "यूपी सरकार द्वारा सदन में आज पेश बजट जनहित व जनकल्याण का कम एवं लोकसभा चुनाव स्वार्थ को लेकर पुनः वादों का पिटारा है। क्या इस अवास्तविक बजट से यहां की जनता का हित, कल्याण और प्रदेश के भारत का ग्रोथ इंजन बनने का दावा पूरा होगा? कर्ज में डूबी यूपी को भ्रमकारी नहीं रोजगार-युक्त बजट चाहिए।"

इसके आगे मायावती ने लिखा, "यूपी भाजपा सरकार अपनी बहुप्रचारित घोषणाओं, वादों और दावों को ध्यान में रखकर यहां महंगाई से त्रस्त लगभग 24 करोड़ जनता की गरीबी, बेरोजगारी, अशिक्षा, पिछड़ेपन एवं अराजकता आदि से उत्पन्न बदहाली को दूर करने हेतु अपनी कथनी और करनी में अन्तर से जनता के साथ विश्वासघात क्यों?"

बजट ऊंट के मुंह में जीरा- मायावती
उन्होंने आगे लिखा, “यूपी सरकार द्वारा लोकसभा आमचुनाव के मद्देनजर नए भ्रमकारी वादे व दावे करने से पहले पिछले बजट का ईमानदार रिपोर्ट कार्ड लोगों के सामने नहीं रखने से स्पष्ट है कि भाजपा की डबल इंजन सरकार में प्रति व्यक्ति आय और विकास की जमीनी हकीकत मिथ्या प्रचार व जुमलेबाजी। बजट ऊंट के मुंह में जीरा।”

यह भी पढ़ें: Varanasi में भगवा रंग की नंबर प्लेट पर लिखा योगी सेवक, काटा 6000 का चालान

BSP सुप्रीमो ने लिखा, “लोगों को आत्मनिर्भर बनाने हेतु प्रति व्यक्ति आय में अपेक्षित वृद्धि, रोजगार व सरकारी भर्ती आदि तो दूर, उन पर कर्ज का बढ़ता बोझ सरकार की गलत नीतियों और प्राथमिकताओं का प्रमाण। कर्ज के बढ़ते बोझ से स्पष्ट है कि सरकार, दावों एवं प्रचारों के विपरीत, हर मोर्चे पर विफल हो रही है।”