
तपोवन में जल प्रलय के बाद यूपी के 50 से ज्यादा लोग लापता, लापता व्यक्तियों की खोज के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी
लखनऊ. उत्तराखंड के सीमांत जिले चमोली में रविवार को आई प्राकृतिक आपदा (Uttrakhand Glacier Burst) के बाद उत्तर प्रदेश के 50 से अधिक लोग लापता हैं। आपदा के बाद से परिवार से उनका कोई कान्टैक्ट न होने के चलते घर में कोहराम की स्थिति बनी हुई है। उत्तराखंड आपदा में गायब लोगों में लखीमपुर खीरी के 34, गोरखपुर के चार, सहारनपुर के आठ, अंबेहटा कस्बे के तीन और चंदौली के दो लोग शामिल हैं। मेरठ और आसपास के जिलों के 10 लोग भी लापता थे, लेकिन सोमवार को उनके सकुशल होने की खबर आई तो परिवार वालों ने राहत की सांस ली।
लखीमपुर खीरी से लापता लोगों में से 15 लोग ऐसे थे जो कि पावर प्रोजेक्ट पर काम कर रहे थे। त्रासदी से पहले वह प्रोजेक्ट के काम में लगे थे। हादसे के बाद से उनका पता नहीं लग पाया है। गोरखपुर के लापता लोग भी नेशनल थर्मल पावर कारपोरेशन के प्रोजेक्ट पर काम कर रहे थे। आपदा के बाद से इनसे संपर्क नहीं हो पाया है। उनके परिवारीजन की ओर से स्थानीय प्रशासन से संपर्क साधा गया है। सहारनपुर जिले के आठ लोग धीमान इंडस्ट्री के साथ तपोवन में टनल के काम में लगे थे। अब इनके मोबाइल फोन लगातार बंद आने से स्वजन परेशान हैं। वो सहारनपुर जिला प्रशासन उत्तराखंड के अधिकारियों के संपर्क में हैं। अंबेहटा कस्बे के तीन लोग जोशीमठ से लापता हैं। ये वहां निर्माणाधीन भवन में रंगसाजी का काम करने गए थे।
हेल्पलाइन नंबर जारी
उत्तराखंड के चमोली जिले में हुई आपदा में उत्तर प्रदेश के लापता व्यक्तियों की खोज और बचाव के लिए उनका विवरण राहत हेल्पलाइन 1070 व वाट्सएप नंबर 9454441036 पर दर्ज कराया जा सकता है। यह सेंटर लगातार 24 घंटे काम कर रहा है। राहत आयुक्त संजय गोयल ने बताया कि आपदा में उत्तर प्रदेश के लोगों की खोज, उन्हें बचाने व राहत पहुंचाने के लिए राहत आयुक्त कार्यालय लगातार उत्तराखंड सरकार से संपर्क और समन्वय कर रहा है।
Published on:
09 Feb 2021 09:24 am
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