उन्होंने कहा कि पीएसयू जो घाटे में चले गए हैं क्या ये एक्ट उसपर भी लागू होगा, जैसे की एयर इंडिया जो बहुत घाटे में चल रहा है। प्राइवेट सेक्टर पर तो बैंक कार्रवाई करता है लेकिन पीएसयू पर नहीं होती। उन्होंने कहा कि सरकार का काम व्यापार करना नहीं है। जब से काॅरपोरेशन बने सरकार दाल, आटा, तेल सभी कुछ बेचने लगी। ये काम सरकार का नहीं है। उन्होंने कहा कि वसूली में देय किसका होगा। इसमें पहला मौका छोटे लोगों को मिलना चाहिए जिनका पैसा फंसा हैं। उसके बाद बैंक को मिलना चाहिए। ऐसा न हो कि बैंक अपना पैसा लेकर किनारे हट जाए और अन्य लोगों का पैसा फंस जाए।