
पितृपक्ष इस साल 29 सिंतबर से शुरू होकर 14 अक्टूबर को समाप्त हो रहे हैं। इन दिनों में कुछ खास काम करने की मनाही होती है। हिंदू धर्म के मुताबिक, कहा जाता है कि इन कामों को करने से पितृ नाराज हो जाते हैं। आइए जानते हैं वाराणसी के पंडित सनत कुमार त्रिपाठी से कि ऐसे कौन से काम हैं:-
1. नाखून और बाल ना कटवाएं
पितृपक्ष के दौरान जो भी लोग श्राद्धकर्म करते हैं उन्हें पूरे 15 दिनों तक बाल और नाखून कटवाने से परहेज करना चाहिए। हालांकि, अगर पितृपक्ष में पूर्वजों की श्राद्ध की तिथि पड़ती है तो पिंडदान करने वाला बाल और नाखून कटवा सकता है।
2. पशु पक्षियों को न करें परेशान
माना जाता है कि पितृपक्ष के समय पूर्वज पशु-पक्षी के रूप में धरती पर आते हैं। ऐसे में ये मान्यता है कि पशु-पक्षी को सताने से पूर्वज नाराज हो जाते हैं। इसलिए, पितृपक्ष में पशु-पक्षियों की सेवा करनी चाहिए।
3. सात्विक भोजन
पितृपक्ष के समय सात्विक भोजन करना चाहिए। ऐसे में प्याज, लहसून, मांस और मदिरा खाने से परहेज करना चाहिए। साथ ही पितृपक्ष के दिन घर में मांसाहारी भोजन ना बनाएं, क्योंकि इस दिन पितरों के नाम का श्राद्ध किया जाता है।
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4. नई चीजों की खरीदारी ना करें
पितृपक्ष के समय कोई भी नई चीज या नए कपड़े नहीं खरीदना चाहिए। साथ ही, इस दिन कपड़ों का दान करना चाहिए।
5. मांगलिक कार्य ना करें
पितृपक्ष में किसी भी तरह का मांगलिक या शुभ कार्य नहीं करनी चाहिए। शादी, सगाई, मुंडन और गृह प्रवेश जैसे मांगलिक काम पितृपक्ष में निषेध माने गए हैं।
Updated on:
27 Sept 2023 09:55 am
Published on:
27 Sept 2023 09:54 am
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