
लखनऊ. लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Election) के बाद इस्तीफों का दौर जारी है। सपा (Samajwadi Party) के बड़े नेता नीरज शेखर के बाद अब कांग्रेस (Congress) के राज्यसभा सांसद संजय सिंह (Sanjay SIngh) ने कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। संजय सिंह को कांग्रेस ने असम से राज्यसभा सांसद बनाया था। वे गांधी परिवार के काफी करीब माने जाते है। एेसा माना जा रहा है कि वह भाजपा का दामन थाम सकते है। उन्होंने इस्तीफा देने के बाद कांग्रेस बयान देते हुए कहा कि कांग्रेस पार्टी बिना नेतृत्व वाली पार्टी है। पार्टी नें संवादहीनता है।
भाजपा में होंगे शामिल
बता दें कि गांधी परिवार के करीबी डॉ. संजय सिंह ने कांग्रेस और राज्यसभा सदस्य पद से इस्तीफा दे दिया है। वहीं बुधवार को बीजेपी में शामिल होंगे। संजय सिंह अमेठी के राज परिवार से आते हैं। इस बार के लोकसभा चुनाव में संजय सिंह ने सुल्तानपुर संसदीय सीट से चुनावी मैदान में उतरे थे, लेकिन अपनी जमानत नहीं बचा सके।
कार्यकाल का बचा था एक साल
डॉ. संजय सिंह असम से राज्यसभा सदस्य हैं और उनका कार्यकाल अभी एक साल का बचा हुआ था। इसके बावजूद उन्होंने राज्यसभा और कांग्रेस छोड़ने का एेलान कर दिया है। हालांकि संजय सिंह ने अपने राजनीतिक पारी का आगाज कांग्रेस से शुरू किया था, लेकिन राममंदिर आंदोलन के दौरान उन्होंने कांग्रेस छोड़ बीजेपी में शामिल हो गए थे।
भाजपा छोड़ कांग्रेस में हुए थे शामिल
संजय सिंह 1998 में अमेठी संसदीय सीट से कांग्रेस के कैप्टन सतीष शर्मा को कराकर सासंद चुने गए थे। इसके बाद वो अटल बिहारी वाजपेयी सरकार में केंद्रीय मंत्री रहे। राहुल गांधी के कांग्रेस में एंट्री करने के बाद उन्होंने बीजेपी छोड़कर कांग्रेस में वापसी थी। 2009 के लोकसभा चुनाव में संजय सिंह सुल्तापुर सीट से सांसद चुने गए थे।
कांग्रेस से चल रहे थे नाराज
संजय ने 2014 के लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस से नाराज हो गए थे, जिसके बाद पार्टी ने उन्हें असम से राज्यसभा भेजा था। इसके चलते सुलतानपुर सीट से उनकी दूसरी पत्नी अमित सिंह चुनाव लड़ी थी, लेकिन वो जीत नहीं सकीं। हालांकि संजय सिंह की पहली पत्नी गरिमा सिंह मौजूदा समय में अमेठी से बीजेपी की विधायक हैं।
Updated on:
30 Jul 2019 02:56 pm
Published on:
30 Jul 2019 02:53 pm
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