राष्ट्रपति उम्मीदवार Draupadi Murmu पर अभद्र टिप्पणी करने पर डायरेक्टर राम गोपाल वर्मा पर लखनऊ में केस दर्ज, पुलिस ने शुरू की जांच
बॉलीवुड डायरेक्टर राम गोपाल वर्मा द्वारा राष्ट्रपति उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू पर विवादित टिप्पणी करने पर लखनऊ में मुकदमा दर्ज हुआ है। द्रौपदी मुर्मू के खिलाफ विवादित ट्वीट के चलते चलते राम गोपाल के खिलाफ आईटी एक्ट सहित कई धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है।
बॉलीवुड डायरेक्टर राम गोपाल वर्मा द्वारा राष्ट्रपति उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू पर विवादित टिप्पणी करने पर लखनऊ में मुकदमा दर्ज हुआ है। द्रौपदी मुर्मू के खिलाफ विवादित ट्वीट के चलते चलते राम गोपाल के खिलाफ आईटी एक्ट सहित कई धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है। राम गोपाल वर्मा के खिलाफ लखनऊ के हजरतगंज कोतवाली में केस दर्ज हुआ है। यह केस मनोज सिंह की तहरीर कर दर्ज किया गया है।
पुलिस ने दर्ज किया मामला बता दें कि एनडीए की राष्ट्रपति उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू पर अभद्र व अमर्यादित ट्वीट करने पर फिल्म निर्देशक राम गोपाल वर्मा के खिलाफ हजरतगंज कोतवाली में एफआईआर दर्ज की गई है। कुर्सी रोड निवासी मनोज कुमार सिंह ने थाने में ये तहरीर दी थी। राम गोपाल वर्मा के द्रौपदी मुर्मू पर किए ट्वीट पर सोशल मीडिया पर भी गुस्सा देखा गया है। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। हालांकि अपनी टिप्पणी को लेकर बाद में रामगोपाल वर्मा ने माफी भी मांग ली थी।
यह भी पढ़ें – झमाझम बारिश ने गर्मी से दी राहत, यूपी में अब सक्रिय होगा मानसून, मौसम पर आया ये अलर्टराम गोपाल वर्मा को गिरफ्तार करने की मांग फिल्म डायरेक्टर राम गोपाल वर्मा ने राष्ट्रपति उम्मीदववार द्रौपदी मुर्मू पर 22 जून को अपने ट्विटर हैंडल विवादित ट्वीट किए। ट्वीट में वर्मा ने लिखा कि अगर द्रौपदी राष्ट्रपति है, तो पांडव कौन है? उससे भी जरूरी यह है कि कौरव कौन हैं? वर्मा ने अपने ट्वीट के जरिये द्रौपदी मुर्मू के नाम को महाभारत से जोड़ने की कोशिश की है। तहरीर देने वाले मनोज कुमार सिंह के मुताबिक राष्ट्रपति की प्रत्याशी द्रौपदी मुर्मू पर इस तरह की टिप्पणी गलत है। उन्होंने राम गोपाल वर्मा को गिरफ्तार करने की मांग की है। उनका आरोप है कि राम गोपाल वर्मा ने अपने ट्वीट से राष्ट्पति उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू के साथ धर्म परिवर्तन को निशाना साधा है। ट्विटर के माध्यम से धार्मिक भावनाओं को आहत करने के लिए कौरवों और पांडवों को गलत ढंग से प्रस्तुत किया है। मामले की जांच शुरू कर दी गई है।