लखनऊ. केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ ने जिस गांव को गोद लिया है उसी गांव में पुलिस सुरक्षा को धता बताते हुए आधा दर्जन बदमाशों ने एक किसान और एलडीए में लेखाकार के घर धावा बोलकर करीब 10 रुपये के गहने व नगदी लूट ली। किसान ने लूटपाट का विरोध किया तो बदमाशों ने उसके ऊपर डण्डे से हमला कर लहूलुहान कर दिया। किसान की चीख-पुकार सुनकर ग्रामीण जब तक मौके पर पहुंचते इससे पहले ही बदमाश वहां से फरार हो गये। घटना की सूचना पुलिस को दी गई। सूचना पाकर पहुंची पुलिस ने कॉम्बिंग कर बदमाशों की तलाश शुरू की लेकिन लुटेरो का कोई सुराग नहीं लग सका। फिलहाल पुलिस ने इस मामले की रिपोर्ट दर्ज नही की है।
जानकारी के मुताबिक, बंथरा के बेंती गांव निवासी किसान रामलाल कनौजिया रोज की तरह अपने परिवार सहित मकान में सो रहे थे। रात करीब एक बजे जब वह लघुशंका के लिए घर से बाहर निकले तो उन्हें मकान का पिछला दरवाजा खुला होने की आशंका हुई। उन्होंने दरवाजे पर टार्च की रोशनी मारकर देखा तो मकान का दरवाजा खुला मिला। जिस पर वह उसे बंद करने के लिए आगे बढे। लेकिन इसी दौरान अन्दर मौजूद करीब आधा दर्जन बदमाशों ने उन्हें अन्दर खींच लिया और डण्ड़ो से उन पर हमला बोल दिया।
रामलाल के चिल्लाने की आवाज सुनकर उनके बेटे नीरज व धीरज ने अपने कमरे से बाहर निकलने की कोशिश की। लेकिन बदमाशों ने पहले ही उनके कमरे की कुडी बाहर से बंदकर दी थी। दोनों बेटो व किसान रामलाल की चिल्लाने की आवाज सुनकर उनके भाई धुन्नीलाल, जगदीश व ग्रामीण दौड़ पड़े। लेकिन यह लोग जबतक मौके पर पहुंचते इससे पहले ही बदमाश मौके से फरार हो गये।
पीड़ित रामलाल ने बताया कि इस दौरान बदमाश कमरे में रखी अलमारी का ताला तोड़कर 40 हजार रूपये की नगदी और करीब पांच लाख रूपये के गहने उठा ले गए। इसके अलावा बदमाशों ने इससे पहले गांव में ही रहने वाले एलडीए कर्मी यशोदानन्द मिश्रा के घर में भी घटना अन्जाम दी। यहां घर के पीछे का दरवाजा तोड़कर अन्दर दाखिल हुए बदमाशो ने करीब 10 लाख के गहने और 10 हजार रूपये की नगदी पार कर दिए। पीड़ित में बताया पुलिस ने मनमाफिक तहरीर लिखवा ली लेकिन केस दर्ज नहीं किया।