
सहारा समूह (Sahara grup) के संस्थापक सुब्रत रॉय (Subrata Roy) की लंबी बीमारी के बाद मंगलवार को मुंबई के कार्डियोरेस्पिरेटरी अरेस्ट से निधन हो गया। सुब्रत रॉय ने अपना सफर उत्तर प्रदेश के गोरखपुर से मात्र 2 हजार रुपए से शुरू किया था, जिसे उन्होंने 2 लाख करोड़ रुपये तक पहुंचाया। दरअसल, गोरखपुर में ही सुब्रत रॉय ने अपनी टेक्निकल पढ़ाई की थी, फिर यहीं अपने दोस्त एसके नाथ के साथ फाइनेंस कंपनी शुरू की। सुब्रत रॉय का शुरुआती सफर तो ठीक था पर जैसे-जैसे कंपनी बड़ी हुई वैसे-वैसे रॉय की मुसीबते भी।
गोरखपुर के सिनेमा रोड स्थित कार्यालय में महज 2 कुर्सी और एक स्कूटर के साथ सुब्रत रॉय ने अपने सफर की शुरुआत की थी। रॉय, दुकानदारों और कारोबारियों को बैंकिंग जरूरतों के बारे में जागरूक किया करते थे। इसी के साथ ही सुब्रत रॉय छोटे दुकानदारों से बचत कराते थे और उसे निवेश करने के लिए कहते। रॉय के पास जब थोड़ी पूंजी हो गई तब वो औद्योगिक क्षेत्र में कपड़े और पंखे की छोटी फैक्टरी शुरू की।
पूर्वांचल के बेरोजगारों की उम्मीद थी सहारा
सुब्रत रॉय की फाइनेंस कंपनी सहारा रेलवे के बाद पूर्वांचल के बेरोजगारों को रोजगार देने में सबसे आगे थी। रियल इस्टेट हो या फिर मीडिया जगत दोनों में सुब्रत राय ने मोटा पैसा लगाया था। रॉय ने 2000 में यूनिट की शुरुआत की, जिसमे अमिताभ बच्चन भी आए थे। सुब्रत रॉय ने टाउन हाल स्थित राष्ट्रपिता महात्मा गांधी से लेकर छात्र संघ चौराहे पर विवेकानंद की प्रतिमा तक को संवारा था।
गोरखपुर में बॉलीवुड स्टार को लाया
सुपर स्टार अनिल कपूर, दीया मिर्जा से लेकर बालीवुड के नामचीन चेहरों को गोरखपुर में लाने का श्रेय सुब्रत राय को जाता है। एक बार गोरखपुर से जुड़ाव को लेकर सुब्रत राय ने कहा था कि ‘जब भी गोरखपुर आता हूं, मुझे बहुत अच्छा लगता है। ये मेरा घर है। पूरी दुनिया में तमाम शहर हैं, लेकिन गोरखपुर मेरे लिए खास है।’
Updated on:
15 Nov 2023 09:33 am
Published on:
15 Nov 2023 08:34 am
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