
ब्रजेश राजभर ने ओपी राजभर को दोबारा चुनाव लड़ने का चैलेंज दिया।
UP News: 2024 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी को रोकने के लिए 26 विपक्षी दलों ने I.N.D.I.A गठबंधन बनाया है। इस गठबंधन का उद्देश्य बीजेपी के नेतृत्व वाले NDA गठबंधन का मुकाबला करना है। इसी कड़ी में घोसी उपचुनाव को लिटमस टेस्ट के तौर पर देखा जा रहा था। हालांकि, इस चुनाव में I.N.D.I.A प्रत्याशी को जीत मिला और NDA उम्मीदवार को हार का सामना करना पड़ा।
घोसी उपचुनाव में ओम प्रकाश राजभर की इज्जत दांव पर लगी थी। दरअसल सुभासपा अध्यक्ष ओपी राजभर अभी हाल ही में एनडीए का हिस्सा बने हैं। घोसी में राजभर ने पूरे दमखम के साथ प्रचार किए। लेकिन एनडीए प्रत्याशी के हारने की वजह से उनके मंत्री पद को लेकर सवाल उठने लगे हैं।
राजभर को मिला चैलेंज
वहीं, सुहेलदेव स्वाभिमान पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष बृजेश राजभर ने सुभासपा प्रमुख को जहुराबाद विधानसभा से इस्तीफा देकर फिर से चुनाव लड़ने का चैलेंज दिया है। उनका कहना है कि जहुराबाद विधानसभा सीट पर ओपी राजभर सिर्फ समाजवादी पार्टी के कारण जीत पाए हैं। ओपी राजभर इस्तीफा देकर फिर से इस सीट पर चुनाव लड़ लें। वह जीत नहीं पाएंगे।
इस्तीफा देकर जहुराबाद विधानसभा सीट से फिर लड़े चुनाव
दरअसल, सुहेलदेव स्वाभिमान पार्टी की प्रदेश प्रभारी उर्मिला राजभर ने एक्स पर एक वीडियो पोस्ट किया है। इसमें सुहेलदेव स्वाभिमान पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष बृजेश राजभर चैलेंज करते हुए कह रहे हैं कि जहुराबाद विधानसभा सीट ओपी राजभर की विरासत नहीं है। यहां पर समाजवादी पार्टी से गठबंधन की वजह से जीते हो, ये बृजेश राजभर चैलेंज करता है, अगर ओम प्रकाश राजभर जहुराबाद विधानसभा सीट से इस्तीफा दे दो और फिर करवा लो उपचुनाव, तुमको छठी का दूध याद दिलवा देंगे।"
दारा सिंह हैं स्वाभिमानी
बृजेश राजभर ने आगे वीडियों में ओपी राजभर को गद्दार करार करते हुए कहा, "कम से कम दारा सिंह चौहान में एक गुण तो जरूर था, कि वह स्वाभिमानी था। वह ऐसे ही भागकर नहीं चला गया। वो इस्तीफा दिया फिर भारतीय जनता पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ा और चुनाव हार गया। उसको उस गद्दारी की लिस्ट में नहीं देखा जाएगा।
Updated on:
10 Sept 2023 01:02 pm
Published on:
10 Sept 2023 01:01 pm
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